त्योहार के मौसम में मनमानी पर उतारु निजी बस मालिकों पर लगाम लगाने आरटीओ उड़नदस्ते ने बसों में चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान बसों में यात्री सुरक्षा में कमी पाए जाने पर 8500 रुपए शमन शुल्क वसूला गया। बसों की जांच के दौरान बसों में किराया सूची नहीं मिली। इसके अलावा उडनदस्ते ने बसों से शमन शुल्क भी वसूला। नर्मदापुरम व बैरसिया रोड पर बसों का चेकिंग अभियान चलाया। चार सदस्यीय उड़नदस्ते ने दोनों जगहों से कुल 22 बसों की जांच की। इसमें छह बसों में किराया सूची नहीं मिली, न ही बसों में अग्निश्मन यंत्र काम करते हुए मिले। इसके अलावा फस्र्ट एंड बाक्स में प्राथमिक उपचार के लिए जरूरी दवाएं व मरहम पट्टियां नहीं थीं। यात्रियों से अधिक किराया लिया जा रहा था। इससे आरटीओ उड़नदस्ते ने छह बसों पर 8500 रुपये का शमन शुल्क लगाया। साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट का अनिवार्य रूप से पालन करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया। बता दें कि त्योहारों पर हर साल निजी बस मालिक यात्रियों से अधिक किराया वसूलते हैं। प्रदेश में 35 हजार यात्री बसों का किराया बढ़े हुए एक साल होने वाला है, लेकिन अब तक शहर के चारों बस स्टैंड आईएसबीटी, नादरा, हलालपुर, पुतलीघर में किराया सूची चस्पा नहीं की गई है न ही बसों में किराया सूची रखी गई है। यात्रियों की गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए तय किराए का पता नहीं रहता, जिससे बस परिचालक यात्रियों से अधिक किराया लेते हैं। त्योहारों के समय लोग अधिक किराया देकर सफर करते हैं। बस मालिक भी यात्रियों से अधिक किराया वसूल रहे हैं। इतना नहीं बस स्टैंडों पर न बसों का एनाउंसमेंट होता है न ही यात्रियों के सामान की कोई सुरक्षा की जाती है।आरटीओ संजय तिवारी ने बताया कि रक्षाबंधन पर यात्रियों की संख्या में बढ़ गई है। इससे निजी बस मालिक मनमानी करने लगे हैं, लेकिन किसी भी मनमाना रवैया चलने नहीं दिया जाएगा। बसों का चेकिंग अभियान 16 अगस्त तक निरंतर चलेगा। नियमों का पालन नहीं करने वाली बसों को जब्त करने की कार्रवाई भी करेंगे।