उत्तराखंड में पहाड़ी का बड़ा हिस्सा गिरने की वजह से तवाघाट-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवर को देर शाम बंद हो गया। जिससे कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग, जो नजंग तंबा गांव से होकर जाता है, बंद हो गया। स्थानीय लोगों सहित 40 यात्री वहीं फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी लोग कल शाम से ही यहां फंसे हुए हैं। जिससे लोगों को खाने-पीने के लिए परेशानी हो रही है। रास्ता बंद होने के कारण सड़कों के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। एक दिन पहले उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में तरसाली गांव के पास अचानक भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 109 पर मलबा गिरने से यातायात ठप हो गया था। इस कारण केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि और गुप्तकाशी में रोका गया। वहीं सोनप्रयाग से लौटने वालों को सोनप्रयाग और सीतापुर में सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया। उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है, जिससे पहाड़ियों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। भूस्खलन के बाद मलबे के टीले से कई राजमार्ग और 100 से अधिक ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तरकाशी में हेलगुगड और स्वरीगढ़ के पास पहाड़ियों से गिरने वाले चट्टानों और शिलाखंडों से अवरुद्ध हो गया, जबकि देहरादून जिले में विकासनगर-कलसी-बरकोट राष्ट्रीय राजमार्ग भी लैंडस्लाइड की वजह से अवरुद्ध हो गया।