भारत पाकिस्तान की सबसे संवेदनशील सीमा उरी बार्डर पर अपनी जान की बाजी लगाते हुए अपने साथी जवानो के साथ मध्य रात्री में घुसपैठ करने वाले आंतकवादियों को गोलियां दागकर मौके पर ढेर करके अपने फर्ज को बखूबी अंजाम देने वाले उरी के असली हीरो को सम्मानित किया गया है।
यह असली हीरो बालाघाट जिले के खैरलांजी के घुबडगोंदी निवासी जांबाज दिनेश लिल्हारे है जो केंद्रिय रिजर्व पुलिस बल की 82 वी वर्षगाठ के अवसर पर शुक्रवार 19 मार्च को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राज्य गृहमंत्री के हस्तें राष्ट्रपति का पदक और मेडल से सम्मनीत किया गया है। जिससे उनके परिजन और समुचे ईलाके में खुशी की लहर है।
आपको बताये कि 2011 में देश की सेवा का जज्बा लिये केंद्रिय रिजर्व पुलिस बल में जाने वाले दिनेश लिल्हारे का प्रथम स्थानांतरण 53 वीं वाहिनी बारामुल्ला जम्मू कश्मीर में हुआ था। जहां 23 सितंबर 2017 की मध्य रात्री 12.30 बजे सीआरपीएफ की टीम को सुचना मिली थी भारत पाकिस्तान के संवेदनशील उरी सेक्टर के कलगई गांव में जैस.ए मोहम्मद के तीन-चार खूंखार पाकिस्तान से आये आंतकवादी घुसपैठ कर छिपे हुए है। इस सुचना केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 53वी बटालियन की टीम और कमांण्डो प्रोटक्शन टीम के साथ हथियार से लैस होकर दिनेश लिल्हारे ने अपनी आपरेशन टीम के साथ मध्य रात्री में एरियां की घेराबंदी कर ली और दिनेश लिल्हारे अपने कुछ साथियों के साथ ठीक उस स्थान पर पहुंचे जहां आतकवादी छिपे हुए थे।
जिन्हें के साथ मिलकर दिनेश लिल्हारेे ने आतंकियों को ढेर कर दिया था।