देशभर के कालेजो की रैंकिंग तय करने के लिए बनाए गए नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एआइआरएफ) में शहर के श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (एसजीएसआइटीएस) देश के टाप 100 रैंक में जगह बनाना चाहता है। इसके लिए संस्थान ने अपने सिलेबस को पूरी तरह अपडेट कर लिया है और कई नए साधन जुटा लिए हैं।
लाइब्रेरी में दुनियाभर की किताबें एकत्रित की गई है और ई- लाइब्रेरी की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। लैब के साधनों को बढ़ाया गया है। संस्थान के निर्देशक प्रो. आरके सक्सेना का कहना है कि किसी भी संस्थान की पहचान उसकी रैंक से तय होती है। हम उच्च स्तर की तकनीकी शिक्षा विद्यार्थियों को देना चाहते हैं इसलिए हम हर हालत में बेहतर रैंकिंग लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि एआइआरएफ में जिस तरह की जानकारी देना होती है वे सब हमारे पास मौजूद है। बस शोध काम कम गति से हो रहे हैं इसलिए इसे बेहतर करने पर हम काम कर रहे हैं।
प्लेसमेंट रिकार्ड हर साल सुधर रहा है
एसजीएसआइटीएस कालेजो के ज्यादातर विद्यार्थियों को प्लेसमेंट मिल रहा है। यह भी एक कारण रहेगा जिससे संस्थान को एआइआरएफ में अच्छी रैंक मिल सकती है। संस्थान के निर्देशक प्रो. राकेश सक्सेना का कहा है कि हर वर्ष प्लेसमेंट का रिकार्ड भी सुधर रहा है। एक हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को नोकरी मिल रही है।
संस्थान में कई आइआइटी से एमटेक कर चुके प्रोफेसर हैं। ऐसे में संस्थान की शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर है। इंटरनेट, खेल मैदान, होस्टल, मेस और कालेज परिसर में ही प्रोफेसर रहते हैं इससे संस्थान ज्यादा व्यवस्थित रहता है। इन सब कारणों से एआइआरएफ रैंकिंग संस्थान को बेहतर मिल सकती है। निदेशक का कहना है कि आइआइटी मुंबई और इंदौर संस्थानों से भी गुणवत्ता और सुविधा बेहतर करने की राय ले रहे हैं।