लामता थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम राघोटोला में इसी ग्राम के व्यक्ति शिवप्रसाद पिता संतलाल पन्द्रे 57 वर्ष की फांसी लगाने से मौत हो गई। लामता पुलिस ने डोबरी तालाब के पास जामुन के पेड़ में इस व्यक्ति की फांसी पर लटकी हुई लाश बरामद की और पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सोप दिये।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिव प्रसाद अपने परिवार के साथ खेती किसानी करता था जिसके परिवार में एक बेटा यशवंत पन्द्रे 30 वर्ष पत्नी चेती बाई और बहू संगीता बाई एवं नाती युग रहते हैं। बताया गया है कि शिवप्रसाद शराब पीने का आदी था। 1 अप्रैल को 12:00 बजे शिव प्रसाद ने अपने परिवार के साथ खाना खाया इसके बाद शिव प्रसाद का लड़का यशवंत अपनी साली को छोड़ने के लिए नगरवाड़ा चला गया था जो वापस घर जाकर सो गया था। 2:00 बजे करीब इसी ग्राम के जियालाल पन्द्रे ने अपने गांव की डोबरी तालाब के पास जामुन के पेड़ में शिव प्रसाद की फांसी पर लटकी लाश देखी। शिवप्रसाद ने पेड़ में रस्सी और गमछा बांधकर फांसी लगा दी थी। जियालाल ने इस संबंध में शिव प्रसाद के परिवार वालों को बताया। तब उसका बेटा यशवंत पन्द्रे, पत्नी चेतीबाई सहित अन्य लोग डोबरी तालाब पहुंचे। जिन्होंने जामुन के पेड़ में फांसी पर लटकी हुई शिवप्रसाद की लाश देखी ।जिसकी रिपोर्ट यशवंत पन्द्रे ने लामता पुलिस थाना में की थी। जहां से उपनिरीक्षक दिलीप करण नायक ने ग्राम राघोटोला पहुंचकर डोबरी तालाब के पास जामुन के पेड़ में फांसी पर लटकी शिव प्रसाद की लाश बरामद की और पंचनामा कार्यवाही पश्चात शिव प्रसाद की लाश पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सौंप दिए। संभावना व्यक्त की जा रही है कि शिवप्रसाद ने शराब के नशे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आगे मर्ग जांच उपनिरीक्षक श्री नायक द्वारा की जा रही है।