ब्राजील में ड्रग माफिया के उत्पात के कारण एक शहर को बंद करने की नौबत आ गई है। स्कूल तक बंद करने पड़े है। इतना ही नहीं, माफिया ने कई इमारतों, बैंकों और गाड़ियों को भी फूंक दिया।
दरअसल, शनिवार को पुलिस ने एनकाउंटर में ड्रग तस्कर एरिक बतिस्ता कोस्टा को ढेर कर दिया था। वह ‘दादिन्हो’ के नाम से कुख्यात था। जेल में बंद इसकी गैंग के साथियों जब एनकाउंटर की जानकारी मिली तो उन्होंने अपने गुर्गों को पुलिस पर हमले करने का आदेश दिया, ताकि एनकाउंटर का करारा जवाब दिया जा सके।
इसके बाद से मनौस में माफिया का आतंक शुरू हो गया। बड़ी संख्या में हथियार लेकर पहुंचे हमलावरों ने बस स्टेशनों और बैंकों पर पेट्रोल बम फेंके और टायर भी जलाए। इनके खौफ से बाजार तक बंद हो गए। प्रशासन के मुताबिक, ड्रग तस्करों ने दर्जनों बसों, सार्वजनिक भवनों, बैंकों और निजी वाहनों को निशाना बनाया। कुल 21 गाड़ियां जलाई गई हैं। हिंसा की वजह से शहर में वैक्सीन सेंटर भी बंद करने पड़े हैं। इस वजह से कोरोना टीकाकरण भी रुक गया है।
इसी दौरान मनौस पुलिस स्टेशन के प्रवेश द्वार पर माफिया ने गोली चलाईं। ग्रेनेड भी फेंका, लेकिन फटा नहीं। हिंसा के मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। माफिया से निपटने के लिए गवर्नर विल्सन लीमा ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय गार्ड तैनात करने को कहा है।
सोशल मीडिया पर भी धमकियां, लोग घरों में बंधक
मनौस के लोग कहते हैं कि माफिया के आतंक के कारण वे घरों नहीं निकल पा रहे हैं। वे ऐसा महसूस कर रहे हैं, जैसे उन्हें माफिया ने बंधक बना रखा है। उन्होंने कहा है कि बाहर निकलने को लेकर माफिया सोशल मीडिया पर धमकियां दे रहा है। इस वजह से वे बाहर जाने से भी डर रहे हैं।