भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने एक नया फैसला लिया है। सरकार ने बेरोज़गारी का नाम बदलकर ‘आकांक्षी युवा’ कर दिया है। पहले सरकार ने सड़कों, स्टेशनों और जिलों के नाम बदले थे। अब बेरोज़गारी का नाम बदला गया है। सरकार का कहना है कि इससे युवाओं को बेहतर महसूस होगा। बाकी नाम बदलने वाले अधिकारी ही इस कदम को उठाने की असली वजह बता सकते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में लाखों युवा बेरोज़गार हैं। ऐसे में सरकार का यह कदम कार्यप्रणाली और रोजगार देने की गंभीरता पर सवाल खड़े करता है।
एमपी सरकार ने बेरोजगारी को नया नाम देने को लेकर जानकारी भी जारी कर दी है। इस फैसले के पीछे की वजह अभी साफ नहीं है। वहीं आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति गंभीर है। जुलाई में राज्य में 25 लाख से ज्यादा लोग बेरोजगार थे। दिसंबर में यह संख्या बढ़कर 26 लाख से ज्यादा हो गई। अब प्रदेश में 29 लाख से ज्यादा ‘आकांक्षी युवा’ हैं।
इतने लगे रोजगार मेले
वहीं 2020 से 2024 तक 2700 से ज्यादा रोजगार मेलों का आयोजन हुआ। इन मेलों में 3 लाख से ज्यादा आकांक्षी युवाओं को नौकरी के ऑफर लेटर मिले। इसके बाद भी अभी लाखों आकांक्षी युवा नौकरी की राह देख रहे हैं।