शंकर साव पटेल शासकीय महाविद्यालय परिसर में शनिवार को हरियाली महोत्सव कार्यक्रम के तहत वृक्षारोपण आयोजित किया गया। यह महोत्सव कार्यक्रम में अध्यक्ष अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग गौरीशंकर बिसेन , खनिज विकास निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया। जिसमें सर्वप्रथम उपस्थित जनों के द्वारा महाविद्यालय परिसर में विधि विधान से पूजन अर्चन कर पीपल के वृक्ष का वृक्षारोपण किया गया। तत्पश्चात फलदार छायादार औषधिदार सहीत अन्य पौधों का वृक्षारोपण कर उनके संरक्षण का संकल्प भी लिया गया। जिसके बाद सभी महाविद्यालय के इंदिरा हॉल में एकत्रित हुए जहां पर महोत्सव कार्यक्रम किया गया। जिसमें वारासिवनी ,लालबर्रा के नवनिर्वाचित जनपद अध्यक्ष ,उपाध्यक्ष ,जनपद सदस्य ,वारासिवनी नगर पालिका के पार्षद और अधिकारी कर्मचारी का परिचय लिया और दिया गया। इस दौरान वृक्षारोपण पर विशेष ध्यान देकर अधिकारियों को कार्यों के प्रति सजग रहने के लिए निर्देश दिये गये। जिसके बाद उपस्थित अतिथियों के द्वारा वर्तमान में वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है इस पर प्रकाश डालते हुए विस्तार पूर्वक कार्यक्रम को संबोधित कर अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर नवनिर्वाचित वारासिवनी जनपद अध्यक्ष श्रीमाया उइके ,उपाध्यक्ष पुष्पा किशोर अमूले ,लालबर्रा जनपद अध्यक्ष देवीलता ग्वालवंशी ,उपाध्यक्ष किशोर पालीवार ,जनपद सदस्य ,नगर पालिका पार्षद सहित भाजपा व निर्दलीय विधायक के कार्यकर्ता व समस्त विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। चर्चा में बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा प्रतिदिन एक पौधे का वृक्षारोपण किया जाता है जिससे पूरे प्रदेश को प्रेरणा लेना चाहिए। वर्तमान में हमें पर्यावरण बचाने की ओर ध्यान देना चाहिए क्योंकि आने वाले १०० साल बाद बहुत भयानक स्थिति रहेगी। वर्तमान में जो हम देख रहे हैं वह पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई और वृक्षारोपण शून्य होने का परिणाम है। श्री बिसेन ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा हरियाली महोत्सव मनाया जा रहा है इसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को एक पौधे का रोपण जरूर करना चाहिए और संकल्प लेना चाहिए कि वह अपने विशेष दिनों में जैसे वर्षगांठ जन्मदिन पर वृक्षारोपण करेगा। क्षेत्रीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कहा कि लगातार ग्लोबल वार्मिंग बढ़ता जा रहा है इसका कारण वायुमंडल में ऑक्सीजन की कमी होना है जो मात्र पेड़ों से उत्पन्न होती है । ऐसे में बड़ी मात्रा में पेड़ों की कमी होने से वातावरण गर्म होता जा रहा है जिसे ठंडा करने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत है और यह तभी संभव है जब वृक्षारोपण व उसका संरक्षण युद्ध स्तर पर होगा । श्री जायसवाल ने कहा कि शासन प्रशासन के द्वारा लगातार मुहिम चलाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है । ऐसे में लोगों से अपील है कि वे अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें ताकि वातावरण को संतुलित किया जा सके।