लांजी ( पद्मेश न्यूज)। लांजी क्षेत्र में गौवंश तस्करी के मामले लगातार उजागर हो रहेे है हाल ही मेें लांजी पुलिस के द्वारा दो ट्रक में गौवंश तस्करी कर रहे आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया था वहीं अब
14 अक्टूबर को एसडीओपी सत्येन्द्र घनघोरिया के द्वारा एक पीकअप वाहन को रोककर उसकी तलाशी ली गई तो इस वाहन में 5 नग भैस बोदे क्रुरता पूर्व भरे गये थे।लांजी पुलिस के द्वारा उक्त संबध में अपराध दर्ज कर भैंस बोदो से भरे वाहन को अभिरक्षा में लेकर वाहन चालक शुभम पिता मनीराम दमाहे 22 वर्ष ग्राम सावरी थाना खैरलांजी निवासी हिरासत मे लिया गया है। जिसे न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है
प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 अक्टूबर को एसडीओपी सत्येन्द्र घनघोरिया क्षेत्र भ्रमण में बालाघाट मार्ग से किरनापुर की ओर जा रहे थे इसी बीच मार्ग पर हीरो शोरूम एवं मोईनी ढाबा के पास एक पीकअप वाहन एमपी 50 जेडसी 8025 जिसमें पशु होने का शक जाहिर हुआ, एसडीओपी लांजी के द्वारा उक्त वाहन को रोककर तलाशी ली गई उसमें क्रुरता पूर्व 6 नग भैंस बोदा भरे हुये थे जिसे वाहन चालक के द्वारा भानेगांव ले जाना बताया गया लेकिन वाहन चालक के पास उक्त भैंस बोदा परिवहन करने के लिये कोई दस्तावेज नही थे साथ ही वाहन चालके पास लाईसेंस भी नही होना बताया गया है। एसडीओपी लांजी के द्वारा कार्यवाही करते हुये उक्त सूचना थाना प्रभारी लांजी को दी गई जिसके पश्चात लांजी पुलिस के द्वारा उक्त वाहन जिसमें भैंस बोदा भरे हुये थे उसे पुलिस थाना लांजी लाया गया जहां लांजी पुलिस के द्वारा उक्त वाहन को अभिरक्षा में लेकर वाहन चालक शुभम पिता मनीराम दमाहे उम्र 22 वर्ष निवासी खैरलांजी का होना बताया गया। जिसके विरूद्ध धारा 4,6, 11 मध्यप्रदेश पशु परिरक्षण 11घ, पशुओं के प्रति क्रुरता का निवारण अधिनियम,1960, 66/192 मोव्ही एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया और आरोपी शुभम दमाहे को विधिवत अभिरक्षा में लेकर गिरफ्तार किया गया जिसकी पिकअप में पाए गए उक्त मवेशियों का डाक्टरी परिक्षण करवाकर गौशाला भेजा जायेगा। वहीं बतादे कि उक्त व्यक्ति के द्वारा भी यह भी बताया गया है कि किसके द्वारा उक्त उक्त मवेशियों को वाहन में भरा गया था किस स्थान से मवेशी वाहन में भरे गये थे उक्त सभी बिन्दुओ पर लांजी पुलिस के द्वारा विवेचना की जा रही है। गौवंश तस्करी में लिप्त सभी आरोपियो के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही की जावेगी।