वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर के नवीन एसडीएम कार्यालय के किनारे स्थित टैक्सी स्टैंड के पीछे 17 फरवरी की दोपहर में अचानक विशालकाय पेड़ धराशाई हो गया। इस दौरान महाराष्ट्र राज्य परिवहन बस को क्षतिग्रस्त होना पड़ा हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई परंतु खाली स्थान मे पेड़ धराशाई होने से एक बड़ा हादसा टल गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरांगना रानी अवंती बाई स्टेडियम के सामने निजी टैक्सी स्टैंड है जिसके पीछे बड़े.बड़े पेड़ स्थित है जहां पर सोमवार की दोपहर में अचानक कड .कड की आवाज हुई और देखते हुए ही एक पेड़ धाराशाही हो गया। जो महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बस के ऊपर गिरकर नीचे सिविल लाइन मार्ग पर गिर गया उक्त पेड़ गिरने का कारण उसकी जड़ों में कचरा जमा कर आग जलाकर तापने का बताया जा रहा है। जिसमें वह नीचे से जलकर अंतिम मजबूती पर खड़ा था इस दौरान अच्छा रहा कि यह वृक्ष खाली स्थान पर गिरा यदि यह दिशा के विपरीत गिरता तो विद्युत पोल विद्युत लाइन सहित रोड किनारे कपड़ों की दुकान लोगों के वाहन और रोड पर चल रहे लोग इसकी जद में आ सकते थे। परंतु ऐसा नहीं हुआ और खाली स्थान में गिरने से बड़ा हादसा टल गया हालांकि वृक्ष गिरने से किसी प्रकार की जनहानि तो नहीं हुई परंतु महाराष्ट्र राज्य परिवहन की बस को कुछ क्षति पहुंची है। वर्तमान में ठंड का मौसम अपने अंतिम दौर में चल रहा है ऐसे में रोड किनारे कपड़े व अन्य सामानों की दुकान लगाई जाती है जिसमें नगर में घूम रहे असामाजिक तत्वों के द्वारा कागज प्लास्टिक व अन्य सामग्री एकत्रित कर किसी भी वृक्ष के नीचे उसकी जड़ों में रखकर आग लगा दी जाती है जिसमें पेड़ को भी जलाया जाता है। ऐसा ही उक्त स्थान पर सामाजिक तत्वों के द्वारा किया गया जिसका नतीजा रहा कि अचानक पे? धाराशाही हो गया जो करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा जड़ों के पास से जल चुका था। पदमेश से चर्चा में मोहम्मद कलाम ने बताया कि हम सभी टैक्सी स्टैंड में बैठे हुए थे तभी अचानक आवाज हुई जिसे देखने के लिए उठकर आ ही रहे थे तभी बहुत तेज आवाज आई यहां आकर देखा तो एक पेड़ गिरा हुआ था। परंतु अच्छा हुआ यह खाली स्थान पर गिरा इसके पास में दो युवक खड़े थे जो आवाज सुनकर पहले ही भाग गए इसमें अच्छा यह रहा की यह दूसरे छोर पर नहीं गिरा अन्यथा बहुत बड़ी हानि हो सकती थी। इस दौरान एसटी बस जो यहां खड़ी है उसको थोड़ा क्षतिग्रस्त होना पड़ा है पेड़ गिरने का कारण इसकी जड़ों में कुछ लोगों के द्वारा आग लगा दी जाती थी जिससे यह धीरे.धीरे जलकर आज गिर गया देखने से यही प्रतीत हो रहा है।