ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारत आने वाली सभी डायरेक्ट पैसेंजर फ्लाइट पर 15 मई तक रोक लगा दी है। प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने आज (मंगलवार) इसका ऐलान किया। पीएम मॉरिसन ने ये फैसला भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों के चलते उठाया है। इससे पहले यूएस, ब्रिटेन, कनाडा, यूएई, ओमान समेत दुनियाभर के कई देशों ने फ्लाइट बैन लागू कर दिया है। ऐसे में इन देशों में रहने वाले भारतीयों को काफी परेशानी हो रही है।
भारत को राहत पैकेज उपलब्ध कराया जाएगा
ऑस्ट्रेलिया कोविड-19 में लड़ाई के खिलाफ भारत की मदद करने आगे आया है। मॉरिसन सरकार जल्द ही ऑक्सीजन सप्लाई, पीपीई किट और वेंटिलेटर्स भेजेगी। स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हंट ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत को राहत पैकेज उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं आईपीएल खेल रहे ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी भी अब बीच में टूर्नामेंट छोड़ रहे हैं। एंड्रयू टाई, एडम जम्मा और केन रिचर्डसन आईपीएल से हट गए। जबकि तेंज गेंदबाज पैट कमिंस ने पीएम केयर फंड में ऑक्सीजन के लिए करीब 38 लाख रुपए दान किए हैं।
इन देशों ने लगाई पाबंदी
कनाडा, यूएई, ब्रिटेन और चीन ने भी पाबंदी लगाई है। कनाडा सरकार ने भारत से आने-जाने वाली फ्लाइट पर रोक लगा दी। कनाडा सरकार के अनुसार उनके यहां आने वाली इंटरनेशनल प्लाइट में लगभग 20 फीसद भारतीय होते हैं। संयुक्त अरब अमीरात ने भी सभी उड़ानों को कैंसिल कर दिया है। यूएई के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और राष्ट्रीय आपातकालीन संकट व प्रबंधन ने इसकी घोषणा की है। जो लोग भारत से किसी अन्य देश गए हैं। वह यूएई आना चाहतें हैं तो उन्हें भारत से दूसरे देश में जाने के बाद 14 दिन रुकना होगा। इसके बाद ही यूएई में जा सकेंगे।
28 देशों के साथ एयर बबल समझौता
भारत का 28 देशों के साथ एयर बबल समझौता है। जिसमें श्रीलंका, अफगानिस्तान, भूटान, बहरीन, जापान, केन्या और कुवैत जैसे देश शामिल है। वहीं पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना संक्रमण के 3,23,144 नए केस सामने आए हैं। जबकि 2771 लोगों ने दम तोड़ा है। भारत में संक्रमितों की संख्या 1,76,36,307 हो गई है। इसमें एक्टिव संख्या 28,82,204 हैं।