कंगना रनोट ने बताया एसिड अटैक के बाद योग ने कैसे की बहन रंगोली की मदद, बोलीं- चेहरा आधा जल गया था, आंख की रोशनी चली गई थी

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इंटरनेशनल योग दिवस पर कंगना रनोट ने अपनी बहन रंगोली चंदेल के एसिड अटैक की कहानी साझा की है। उनकी मानें तो इस घटना ने उन्हें इतना डरा दिया था कि उन्होंने बात करना बंद कर दिया था। एक्ट्रेस की मानें तो उस दिल दहला देने वाली घटना से उबरने में योग ने रंगोली की बहुत मदद की थी।

एसिड अटैक के वक्त 21 साल की थीं रंगोली
कंगना ने लिखा है, “रंगोली के पास योग से जुड़ी सबसे प्रेरक कहानी है। जब रंगोली बमुश्किल 21 साल की थी, तब एक रोड साइड रोमियो ने उस पर एसिड फेंक दिया था। वह थर्ड डिग्री जल गई, उसका आधा चेहरा जल गया, एक आंख की रोशनी चली गई, एक कान झुलस गया और एक ब्रेस्ट गंभीर रूप से डैमेज हो गया। 2-3 साल में उसे 53 सर्जरी से गुजरना पड़ा। लेकिन सब पहले जैसा नहीं था।”

चिंता बढ़ी, क्योंकि रंगोली ने बोलना बंद कर दिया था
कंगना ने आगे लिखा, “मेरी सबसे बड़ी चिंता उसकी मेंटल हेल्थ को लेकर थी, क्योंकि उसने बोलना बंद कर दिया था। चाहे कुछ भी हो, वह एक भी शब्द नहीं कहती थी। बस हर चीज को घूरती रहती थी। उसकी एक वायु सेना अधिकारी से सगाई हो गई और जब उसने (अधिकारी) एसिड अटैक के बाद उसका चेहरा देखा तो वह उसे छोड़कर चला गया और कभी नहीं लौटा। तब भी उसने न आंसू बहाए और न ही एक शब्द कहा। डॉक्टर्स ने मुझसे कहा कि वह सदमे में है। उन्होंने उसे थेरैपी दीं और मनोवैज्ञानिक मदद के लिए मेडिटेशन भी दिया। लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ।”

योग से आंख की खोई रोशनी भी लौट आई
कंगना ने इसके आगे बताया है कि उस वक्त वे 19 साल की थीं और उन्हें नहीं पता था कि वे अपनी बहन की मदद कैसे कर सकती हैं। उन्होंने लिखा, “मैं चाहती थी कि वह मुझसे बात करे। इसलिए मैं उसे हर जगह अपने साथ ले गई। यहां तक कि योग की क्लासेस में भी। उसने योगाभ्यास करना शुरू किया और मैंने उसमें ड्रामेटिक ट्रांसफॉर्मेशन देखा। न केवल उसने अपने दर्द और मेरे जोक्स का जवाब देना शुरू किया। बल्कि उसकी एक आंख की खोई रोशनी भी वापस आ गई।” कंगना ने अंत में लिखा है, “योग आपके हर सवाल (दुख) का जवाब है। क्या आपने अभी तक इसे मौका दिया?”

योग से मां की ओपन हार्ट सर्जरी रोकी
रविवार को कंगना ने अपनी मां की बीमारी के बारे में बात की थी। उन्होंने फैमिली के साथ योग करते हुए अपनी फोटो साझा करते हुए लिखा था, “हर कोई जानता है कि मैंने कब और कैसे योग शुरू किया लेकिन कोई ये नहीं जानता कि मैंने अपने पूरे परिवार को कैसे योग सिखाया और उसे फॉलो करना भी। कुछ साल पहले मां को मधुमेह, थायराइड और हाई लेवल कोलेस्ट्रॉल (600) डाइग्नोस हुआ था। डॉक्टर ने कहा था कि हमें उनकी ओपन हार्ट सर्जरी करने की जरूरत है, क्योंकि उन्हें ब्लॉकेज हो सकता है। मैंने मां से रोते हुए कहा-मुझे आपके जीवन के 2 महीने दे दीजिए। क्योंकि मैं उन्हें आपका दिल खोलने नहीं दे सकती। उन्होंने मुझ पर भरोसा किया और आखिरकार मैं अपनी कोशिशों में सफल रही। आज उन्हें कोई दवा नहीं खानी, कोई बीमारी नहीं है। वे परिवार में सबसे स्वस्थ और सबसे फिट हैं।”

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