कंजई जंगल से लगे ग्रामों में बाघ की दस्तक

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मुख्यालय से लगभग १२ किमी. दूर ग्राम पंचायत कंजई के अंतर्गत आने वाले जंगल से सटी ग्रामों में बाघ की दस्तक होने से ग्रामीणजनों में दशहत का माहौल बना हुआ है। वहीं ग्राम पंचायत कंजई के निर्वाचित सरपंच अधि. आनंद बिसेन ने कंजई व जंगल से लगे ग्रामों में कोटवार के माध्यम से शनिवार को मुनादी करवाकर ग्रामीणजनों को जंगल की ओर अकेले न जाने की अपील की है। विदित हो कि बालाघाट-सिवनी जिले की सीमा से लगे ग्राम कंजई व जंगल से लगे ग्राम गोंदलबर्रा में गत दिवस बाघ ग्रामीणजनों को दिखाई दिया था एवं कंजई, मानुटोला व जंगल से सटी ग्रामों में बाघ सहित अन्य जंगली हिंसक प्राणियों का मोमेंट देखा जा रहा है। साथ ही पूर्व में भी जंगली जानवरों ने मवेशियों का शिकार कर चुके है एवं विगत माह पूर्व बाघ ने भांडामुर्री के एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था जिसका उपचार के दौरान मौत हो गई थी उसके बाद से ग्रामीणजन दहशत में जी रहे थे और वर्तमान में बाघ व जंगली जानवरों का भय दूर हो गया था परन्तु पुन: कंजई के गोंदलबर्रा व अन्य ग्राम में बाघ की दस्तक देने के बाद ग्रामीणजनों में भय बना हुआ है। कंजई के जंगल से लगे ग्रामों में बाघ व वन्य प्राणियों के दस्तक को देखते हुए कंजई के नवनिर्वाचित सरपंच अधि. आनंद बिसेन व वन विभाग ने ग्रामीणजनों को अकेले जंगल की ओर न जाने की अपील की है।  ग्राम पंचायत कंजई के नवनिर्वाचित सरपंच अधि. आनंद बिसेन ने बताया कि कंजई जंगल से लगे ग्रामों में बाघ की दस्तक होने से ग्रामीणजन भयभित है और गत दिवस ग्राम गोंदलबर्रा (कंजई) में बाघ ग्रामीणों को दिखाई दिया था परन्तु उनकी आहट मिलने पर वहां भाग गया साथ ही यह भी बताया कि ग्राम कोटवार से मुनादी करवाकर ग्रामीणजनों को अकेले जंगल न जाने की अपील की गई है एवं वन विभाग को सूचना देकर पिंजरा की व्यवस्था करने कहा गया है ताकि बाघ दिखाई देने पर उसे समय रहते पकड़ सके।
इनका कहना है।
कंजई जंगल से लगे ग्रामों में बाघ व अन्य वन्य प्राणी के दिखाई देने की जानकारी आपके माध्यम से संज्ञान में आया है, कर्मचारियों से जानकारी लेकर गस्त बढ़ाने के साथ ही ग्रामीणजनों को जंगल की ओर जाने पर प्रतिबंध लगाया जायेगा।

श्रीमती ज्योत्सना खोब्रागढ़े
वन परिक्षेत्र अधिकारी
वन निगम मंडल लामता प्रोजेक्ट लालबर्रा।

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