बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत संपूर्ण मध्यप्रदेश में शनिवार को अन्न उत्सव का आयोजन कर राशन दुकानों के माध्यम से जरूरतमंद गरीब लोगों को खाद्यान्न वितरित किया गया। अन्न उत्सव कार्यक्रम में कई लोग ऐसे भी अन्न उत्सव पर पहुचे जिन्हें वाकई में राशन की बहुत ज्यादा जरूरत थी लेकिन उन्हें खाद्यान्न पर्ची नहीं होने के कारण राशन नहीं मिल पाया जिसके कारण वे बहुत निराश हुए। वही ऐसे कई गरीब जरूरतमंद लोग है जो राशन नहीं होने के कारण दिक्कतों भरा जीवन जी रहे हैं।
कोरोना कॉल का नहीं रखा गया ध्यान
कोरोना कॉल में आयोजित इस अन्न उत्सव कार्यक्रम में व्यवस्था बेहतर रखने की मंशा से जिला प्रशासन द्वारा अन्य विभागों के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाने की बात कही गई थी लेकिन राशन केंद्रों में ऐसा कुछ नजर नहीं आया। राशन केंद्रों में लोगों की भारी भीड़ रही। नगर के वार्ड नंबर 7 स्थित राशन दुकान में काफी अव्यवस्था देखने मिली। यहां किसी प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही हुआ, वहीं कई हितग्राही बिना मास्क के ही नजर आए।
सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं किया गया पालन – छबीराम
वार्ड नंबर 7 के निवर्तमान पार्षद छबीराम नागेश्वर ने अन्न उत्सव कार्यक्रम के दौरान अव्यवस्था को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कलेक्टर द्वारा जिस प्रकार की व्यवस्था करने की बात कही गई थी वह बिल्कुल देखने नहीं मिला। कोरोना कॉल होने के बावजूद भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा गया। जिन्हें पहले से राशन मिलता था उन्हें ही इस कार्यक्रम के जरिए राशन वितरित किया गया इसके अलावा भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें राशन की अत्यंत आवश्यकता है और राशन के लिए भटक रहे हैं सरकार द्वारा ऐसे जरूरतमंद गरीब लोगों को राशन दिया जाना चाहिए। वार्ड नंबर 7 में चार पांच परिवार ऐसे हैं जो बहुत गरीब है उन्हें राशन की अत्यंत आवश्यकता है, सेल्समैन को इन गरीब लोगों के लिए राशन की व्यवस्था करने कहे हैं। सरकार की नीति और व्यवस्था गलत है, कल तक कलेक्टर द्वारा निर्देश हुए थे हर विभाग को हर राशन दुकान के लिए व्यवस्था करने भेजेंगे ऐसी कोई व्यवस्था राशन दुकान में नजर नहीं आयी।
बहुत कम लोगों को मिली खाद्यान्न पर्ची
आपको बताये कि इस कार्यक्रम में उन लोगों को राशन दिया गया जिन्हें कुछ दिनों पूर्व खाद्यान्न पर्ची वितरित की गई थी। यह भी बताएं कि खाद्यान्न पर्ची के लिए बहुतायत लोगों द्वारा आवेदन किया गया था लेकिन बहुत कम लोगों को ही खाद्यान्न पर्ची मिल पायी। ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत सारे लोगों को खाद्यान्न पर्ची नहीं मिलने की जानकारी सामने आई है जिसके चलते राशन केंद्रों में खाद्यान्न को लेकर गरीब जरूरतमंद लोगों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया जाता रहा। यह बात भी सही है कि अन्न उत्सव कार्यक्रम का लाभ बहुतायत गरीब लोगों को मिला लेकिन कई ऐसे लोग अधिक गरीब और जरूरतमंद है उसके बावजूद भी उन गरीब लोगों का नाम खाद्यान्न पर्ची के लिए शामिल नहीं किया गया। जो लोग आवेदन लेकर पहुंचे उनके नाम खाद्यान्न पर्ची के लिए शामिल कर लिए गए, यह भी नहीं देखा गया कि वे लोग वाकई में गरीब और जरूरतमंद है या नहीं।
न बीपीएल कार्ड बना न हीं मिली खाद्यान्न पर्ची
बालाघाट शहर में ही कई ऐसे जरूरतमंद लोग है जिन्हें ना तो खाद्यान्न पर्ची मिली और ना ही उनका गरीबी रेखा का कार्ड है। ऐसे परिवारों को खाद्यान्न की सबसे अधिक जरूरत होने के बाद भी ऐसे बड़े स्तर के अन्न उत्सव कार्यक्रम में राशन नहीं मिलने की बात सुनकर वे लोग बहुत ज्यादा निराश हुए। एक व्यक्ति द्वारा यह तक कहा गया कि उनके काम धंधे लंबे समय से बंद है खाने के लाले पड़े हुए हैं ऐसी स्थिति में परिवार का पालन पोषण करने के लिए उन्हें मजबूरी वश बालाघाट छोडक़र काम धंधे की तलाश में पहली बार अन्य बाहरी प्रदेशों में काम करने के लिए जाना पड़ रहा है।
मुझे राशन की बहुत जरूरत है – प्रभा पांचे
वार्ड नंबर 7 निवासी वृद्ध महिला श्रीमती प्रभा पांचे ने बताया कि उन्हें 2 माह से राशन नहीं मिल रहा है आज भी राशन नहीं मिला। वह अकेले रहती है कमाई का कोई जरिया नहीं है मुझे राशन की बहुत जरूरत है। सोसाइटी आने पर फिंगर नहीं मिलने की समस्या बताई जा रही है इस समस्या के कारण राशन नहीं दिया गया, राशन मिलना बहुत ही जरूरी है।
राशन नहीं होने के कारण पलायन करना पड़ रहा – घनश्याम सोनी
नगर के वार्ड नंबर 23 पावर हाउस रोड निवासी घनश्याम सोनी ने बताया कि वे वार्ड नंबर 23 में पिछले 20 वर्षों से रह रहे हैं राशन कार्ड नहीं होने के कारण उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। घर कैसे चलाते हैं हम ही जानते हैं, भुट्टा बेचने के लिए ठेला लगाते थे तो नगरपालिका वालों ने भगा दिए। काम धंधा नहीं है इसलिए अब बाहर प्रदेशों में काम करने के लिए जाने का सोचा है राशन नहीं होने के कारण जीवन में पहली बार पलायन करना पड़ रहा है। राशन कार्ड बनवाने के लिए सीएम हेल्पलाइन में तक फोन लगाया लेकिन राशन कार्ड नहीं बना, मैडम कहती है अपने गांव जाओ। बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र सहित तमाम प्रमाण पत्र यही के है हमारा राशन कार्ड कहीं का भी नहीं बना है फिर भी यहां नहीं बना रहे है। लोक सेवा केंद्र में और नगर पालिका में राशन कार्ड के लिए आवेदन लगाया लेकिन उसे निरस्त कर दिया गया।