कक्षा दसवीं में 25 में से 23 बच्चे फेल

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परीक्षा में पास होने के लिए छात्र कड़ी मेहनत करें और पेपर भी अच्छे जाएं उसके बावजूद भी रिजल्ट खराब आए तो इसमें छात्र-छात्राओं का आक्रोशित होना जायज है। ये मामला बालाघाट नगर मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत खुरसोड़ी के शासकीय हाईस्कूल में कक्षा दसवीं का जो रिजल्ट आया है उसमें 25 परीक्षार्थियों में से 23 छात्र-छात्राएं फेल हो गए। यह रिजल्ट देखकर छात्र-छात्राएं चिंता में पड़ गए क्योंकि जो छात्र फेल किए गए हैं उनमें काफी बच्चे स्कूल के टॉपर रहे हैं, छात्रों के फेल होने की जानकारी सुनकर ग्राम के अधिकांश लोग विश्वास नहीं कर पा रहे हैं। इस स्कूल का जो रिजल्ट आया है उसको देखकर ग्राम के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है मंगलवार की सुबह ग्राम पंचायत खुरसोड़ी के सरपंच उपसरपंच ग्रामीण जनता सहित फेल हुये छात्र-छात्राओं ने एकत्रित होकर खराब रिजल्ट दिए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। सभी का कहना है कि कॉपियां सही तरीके से जांची नहीं गई है वहीं दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन की भी लापरवाही सामने आई है कि आंतरिक मूल्यांकन के अंक ही नहीं जोड़े गए हैं, जिसके कारण कई छात्रों को फेल होने का रिजल्ट थमाया गया है।

स्कूल से टीसी निकालने लगे अभिभावक
शासकीय हाईस्कूल खुरसोड़ी में कक्षा दसवीं का जो रिजल्ट आया है उससे ग्रामीणजनों में भारी निराशा व्याप्त है। यह रिजल्ट देखने के बाद अभिभावक अपने बच्चों को गांव के स्कूल में पढ़ाने के मूड में बिल्कुल दिखाई नहीं दे रहे हैं। कुछ अभिभावकों ने स्कूल से टीसी निकालने की तैयारी कर ली है अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर सीधे-सीधे लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो वे कापियों का पुनर्मूल्यांकन किए जाने की मांग करेंगे तथा ऐसे स्कूल में अब अपने बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे।

आंतरिक मूल्यांकन के अंक नही जुड़ने से छात्र हुए फेल
सूत्र बताते है की शासकीय हाईस्कूल खुरसोड़ी के स्कूल प्रबंधन की एक छोटी सी गलती के कारण स्कूल का रिजल्ट खराब रहा है बताया जा रहा है की स्कूल के द्वारा बच्चों के आंतरिक मूल्यांकन के अंक शिक्षा मंडल बोर्ड को नहीं भेजा गया था जिसकी वजह से सारे बच्चे फेल होना बताया जा रहे हैं।

अब नहीं पढ़ते इस स्कूल में – राजेश्वरी नगपुरे
शासकीय हाईस्कूल खुरसोड़ी में अध्ययनरत कक्षा दसवीं की छात्रा राजेश्वरी नगपुरे ने बताया कि हमारा रिजल्ट खराब आया है सिर्फ 171 नंबर आए। सबसे ज्यादा खराब रिजल्ट सामाजिक विज्ञान में आया उसमें 18 नंबर ही दिए गए, स्कूल के 25 बच्चों में 23 बच्चे फेल हुए। शिक्षक पढ़ाते थे मगर पढ़ाई कमजोर थी अब नहीं पढ़ते इस स्कूल में। जिन्होंने कापी जांची यह उनकी गलती है कापी सही तरीके से नहीं जांची गई, ऐसा नहीं हो सकता इतने बच्चे फेल हो।

प्रोजेक्ट के नंबर नहीं जुड़ने से ऐसा रिजल्ट आया – राजेश लिल्हारे
दसवीं के छात्र राजेश लिल्हारे ने बताया कि परीक्षा में उन्हें भी फेल कर दिया गया है, प्रोजेक्ट के नंबर नहीं जुड़ने से वे फेल हुए। ये नंबर स्कूल से ही जुड़ते हैं स्कूल में कक्षा दसवीं के दो छात्राएं ही पास हुई। ऐसा पहली बार हुआ है प्रोजेक्ट के नंबर नहीं जुड़ने से ऐसा रिजल्ट आया। प्राचार्य का शिक्षकों पर दबाव नहीं है सब स्कूल में मनमर्जी से चलता है।

शिक्षकों की अनदेखी के कारण ऐसा रिजल्ट आया – सरपंच प्रतिनिधि
ग्राम पंचायत खुरसोड़ी के सरपंच प्रतिनिधि बलराम लिल्हारे ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था होने के बाद भी ऐसा रिजल्ट आना लगता है शिक्षकों की कमजोरी है। बच्चे भी बता रहे हैं पेपर अच्छा गया है फिर ऐसा इतना खराब रिजल्ट नहीं होना था। शिक्षकों का कहना है कि प्रैक्टिकल के अंक नहीं जुड़ पाए हैं इसलिए भोपाल पत्र व्यवहार किया गया है। कई बच्चे इस स्कूल से अपनी टीसी निकाल रहे हैं स्कूल का जो रिजल्ट गिरा है इसमें शिक्षकों की अनदेखी है।

इसमें लापरवाही तो हुई है – रामकिशोर
ग्राम पंचायत खुरसोड़ी के उपसरपंच रामकिशोर राउत ने बताया कि इतना खराब रिजल्ट आना संभव नहीं है कुछ शिक्षकों की या शिक्षा विभाग की गलती है जिसके कारण खराब रिजल्ट आया है। इस स्कूल में कोई बच्चे एडमिशन नहीं कराना चाहते यह स्थिति है, स्कूल का इतना स्तर नहीं गिरना था इसमें शिक्षा विभाग से लापरवाही तो हुई है इस विषय को लेकर आगे तक जाएंगे।

माध्यमिक शिक्षा मंडल को पत्र लिखकर सुधार करने के लिए भेजा है= ए के उपाध्याय

जिला शिक्षा अधिकारी ए के उपाध्याय ने बताया कि खुरसोडी स्कूल के द्वारा पत्र दिया गया था उसके बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल से पत्राचार किया गया है ताकि उनका आंतरिक मूल्यांकन जोड़े जाए वहां से जो भी दिशानिर्देश आएंगे उस पर कार्य किया जाएगा।

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