कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप के दौरान कैमल फ्लू फैलने का खतरा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के वैज्ञानिकों ने यह चेतावनी जारी की है। एक्सपर्ट्स ने बताया कि फुटबॉल के सबसे बड़े इवेंट को देखने आए 12 लाख दर्शक इससे प्रभावित हो सकते हैं। इसके साथ ही 29 लाख स्थानीय लोग और खिलाड़ियों के भी संक्रमित होने का डर है।
खतरा क्यों: कोरोना जैसा ही कैमल फ्लू, संक्रमित होने वाले 35% की मौत
कैमल फ्लू का साइंटिफिक नाम मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) है। यह MERS-CoV वायरस से होता है, जो कोरोना वायरस के परिवार का ही सदस्य है। इससे संक्रमित होने वाले 35% लोग, यानी लगभग एक तिहाई मरीजों की मौत हो जाती है। इस बीमारी का सबसे पहला आउटब्रेक साल 2012 में सऊदी अरब में हुआ था।
MERS एक जूनॉटिक बीमारी है। इसका मतलब कि यह जानवरों से इंसानों में फैल सकती है। कई स्टडीज के मुताबिक, संक्रमित जानवर या मरीज के डायरेक्ट या इनडायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आने से कैमल फ्लू होने का जोखिम होता है। हाल ही में WHO ने इसे भविष्य में होने वाली संभावित महामारियों की लिस्ट में शामिल किया है।
कैमल फ्लू और कोरोना के लक्षण भी करीब-करीब एक जैसे
MERS और कोविड-19, दोनों ही बीमारियों की वजह कोरोना वायरस है। इनके लक्षण भी तकरीबन एक जैसे ही हैं। दोनों ही बीमारियों से 60 साल से ज्यादा के बुजुर्गों, कमजोर इम्यूनिटी वालों और पहले से ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है।
हालांकि, इनमें कुछ असमानताएं भी हैं। जहां 2012 से अब तक कैमल फ्लू के 2 हजार 600 मामले ही सामने आए हैं, वहीं 3 साल में कोरोना के 64 करोड़ केस रिपोर्ट किए गए हैं। फिर भी कोरोना के मुकाबले MERS ज्यादा घातक है। कोरोना लगभग पूरी दुनिया में, तो MERS अब तक 27 देशों में फैला है।
ऊंटों से दूरी बनाने की सलाह, वैक्सीनेशन भी जरूरी
एक्सपर्ट्स ने कतर जा रहे यात्रियों को ऊंटों को न छूने की सलाह दी है। यह इस संक्रमण के फैलने का प्रमुख सोर्स है। इसके अलावा वैक्सीनेशन कराने, खाने-पीने की चीजों का सुरक्षित इस्तेमाल करने और जरूरी प्रोटोकॉल का पालन करने को भी कहा गया है। हालांकि, इसके बावजूद कतर में कैमल राइड और सफारी एडवेंचर से जुड़े बिजनेस को प्रमोट किया जा रहा है।
21 नवंबर से हुआ फीफा का आगाज
21 नवंबर से कतर में FIFA वर्ल्ड कप 2022 शुरू हो गया है। इसका फाइनल मैच 18 दिसंबर को होगा। दर्शकों के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं। यह प्राइज मनी के हिसाब से दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट है। इससे ज्यादा UEFA चैंपियंस लीग फुटबॉल (10.6 हजार करोड़ रुपए) और फॉर्मूला-1 मोटर स्पोर्ट्स (6.5 हजार करोड़ रुपए) में प्राइज मनी मिलती है।
FIFA इस टूर्नामेंट 3.6 हजार करोड़ रुपए की इनामी राशि बांटेगा। इसमें फाइनल जीतने वाले वर्ल्ड चैंपियन को 359 करोड़ रुपए मिलेंगे। ये इंडियन क्रिकेट लीग (IPL) की टोटल प्राइज मनी (46.5 करोड़ रुपए) से 7.6 गुना ज्यादा है।