कनाडा की राजधानी ओटावा में जस्टिन ट्रूडो सरकार के खिलाफ काफी विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। राजधानी ओटावा में ट्रूडो सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चलते भारत सहित कई देशों के उच्चायोग ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। भारतीय उच्चायोग ने कनाडा में रहने वाले नागरिकों और भारत से आने वाले नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर 6137443751 जारी किया है। इसके अलावा भारतीय उच्चायोग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि मौजूदा हालात को देखते हुए कनाडा में रहने वाले या यहां आने की योजना बना रहे भारतीयों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। भारत सरकार ने सभी भारतीयों को विरोध प्रदर्शन से दूर रहने और ऐसे इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी है।
भारत सरकार ने कनाडा जाने वाले और कनाडा में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को लिए अपनी एडवाइजरी में अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि उच्च स्तर की सावधानी बरतें और सतर्क रहें। राजधानी ओटावा जैसे क्षेत्रों से दूर रहें, जहां प्रदर्शन हो रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। वर्तमान स्थिति की जानकारी के लिए स्थानीय मीडिया का अनुसरण करें। एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से भारत के उच्चायोग या टोरंटो या वैंकूवर में वाणिज्य दूतावासों के साथ पंजीकरण करने का भी आग्रह किया गया है ताकि अधिकारी आपात स्थिति में संकट में फंसे लोगों के साथ अधिक कुशलता से जुड़ सकें।
कनाडा में ट्रक ड्राइवरों का उग्र विरोध प्रदर्शन
कनाडा में ट्रक ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन अब नियंत्रण से बाहर हो रहा है। राजधानी ओटावा में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है। ओटावा शहर के मेयर जिम वॉटसन ने आपातकाल की स्थिति घोषित करते हुए ऐलान किया है कि लोगों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है। ऐसे में सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि लोगों की मदद की जा सके। आपको बता दें कि राजधानी ओटावा में ट्रक चालक 29 जनवरी को पहली बार ओटावा शहर पहुंचे। तब से आज विरोध का 10वां दिन है और स्थिति बद से बदतर होती चली गई है।
वैक्सीनेशन के खिलाफ प्रदर्शन
ट्रक चालकों का यह विरोध कोरोना वैक्सीन की अनिवार्यता के विरोध में शुरू किया है। ट्रक चालकों की मांग है कि वैक्सीनेशन की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए और लॉकडाउन न लगाया जाए। बीते दिनों ट्रक ड्राइवरों ने प्रधानमंत्री ट्रूडो के आवास को भी घेर लिया था, जिसके बाद वे एक गुप्त स्थान पर चले गए थे। वह एक हफ्ते से वहां से काम देख रहा है। अभी तक ट्रक चालकों ने ओटावा को खाली करने का कोई संकेत नहीं दिया है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती वे पीछे नहीं हटेंगे।