भारत और पाकिस्तान के लिए महासंकट का सबब बन गया बिपरजॉय तूफान अब गुजरात से हल्का सा कराची की ओर बढ़ गया है। आज शाम को इसके पाकिस्तान के सिंध प्रांत के केटी बंदर इलाके से टकराने का अनुमान है। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए अब तक 80 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पाकिस्तानी सेना ने पहुंचाया है। अधिकारियों ने इसे बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान करार दिया है और हाई अलर्ट घोषित किया है। वहीं पाकिस्तानियों को अब इस महातूफान से ज्यादा बड़े खतरे के डर से दिल बैठा जा रहा है। उन्हें यह डर सता रहा है कि क्या तूफान जाने के बाद उनकी रोजी रोटी का आखिरी जरिया नावें बची रहेंगी या नष्ट हो जाएंगी। पाकिस्तान इस समय भयानक आर्थिक संकट से गुजर रहा है और आम जनता को सरकार से मदद की उम्मीद नहीं बची है।
पाकिस्तानी मछुआरे मुर्तजा जाटी ने कहा कि उनके पास जो कुछ था, वह लेकर चले आए हैं और शरणार्थी शिविर में रह रहे हैं। मेरे पास अपनी नाव को छोड़कर आने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। वह कहते हैं कि अगर मेरी नाव नष्ट हो गई तो मैं अपने घर को चलाने के लिए क्या करूंगा, यह सूझ नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि एक नाव को बनाने में 4 लाख रुपये का खर्च आता है। अगर नाव नष्ट हो गई तो क्या करूंगा, इसकी कल्पना भी नहीं कर पा रहा हूं। इससे पहले पाकिस्तान में आई भयानक बाढ़ के पीड़ित अब भी सरकार से मदद की उम्मीद में बैठे हैं।