कल ३१ अगस्त को प्रथम आराध्य देव भगवान श्रीगणेश का पर्व प्रारंभ हो जायेगा। जिसको लेकर मूर्तिकारों सहित भगवान श्रीगणेश के भक्तों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। मूर्तिकारों ने भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं को अंतिम मूर्त रूप दे दिया है वही कुछ बड़ी मूर्तिया जो सार्वजनिक स्थानों पर विराजिंगी उनको पूर्ण करने की तैयारी में जुटी है जिन्हे आज पूरी तरह तैयार करने की बात कहीं जा रही है। गौरतलब है कि नगर का वार्ड नं.१० कुम्हारी मोहल्ले के नाम से भी पहचाना जाता है। जहां काफी संख्या में कुम्हार लोग निवासरत है जिनके द्वारा जहां मिट्टी के बर्तन, मटके, सहित भगवान श्रीकृष्ण, भगवान गणेश व माता रानी की दुर्गा की प्रतिमाओं का निर्माण किया जाता है। इस मर्तबा उनके द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमाओं के बाद भगवान श्री गणेश की प्रतिमाओं का भी भारी संख्या में निर्माण किया गया है। नगर सहित क्षेत्र के लोग अपने अपने घर में प्रथम आराध्य देव भगवान श्रीगणेश को विराजने के लिये उनकी आकर्षक प्रतिमाओं को पसंद करने बड़ी संख्या में पहुॅच रहे है।
सभी प्रतिमाऐं हो गई है तैयार – महेन्द्र ढ़ेकने
इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये मूर्तिकार महेन्द्र ढ़ेकने ने बताया कि भगवान गणेश की छोटी से लेकर बड़ी मूर्तियां सभी तैयार हो चुकी है। हमारे द्वारा आज ही जो घर में विराजने वाली भगवान श्री गणेश की प्रतिमाऐं है उन्हे रंग रोगन कर दिया गया है। कुछ सार्वजनिक समितियों की जो मूर्तियां है उन्हे भी पूरी तैयार कर लिया गया है एक दो मूर्तियां बची है जिनका रंग रोगन किया जा रहा है। ३० अगस्त के दिन से यह मूर्तियां भक्तजन ले जाने लगेंगे वही सार्वजनिक समितीयों द्वारा ३१ अगस्त की देर शाम अपने अपने पंडालों में भगवान गणेश की मूर्तियों की स्थापना की जायेगी जिसके कारण उनके द्वारा यह मूर्तियां गाजे बाजे के साथ जायेंगी।
नगर में विराजेंगे १० फुट से अधिक ेऊंचे गणेश भगवान
यहां यह बताना लाजमी है कि नगर के वार्ड नं.१२ कबीर कुटी के पास कोष्ठी मोहल्ले में सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति द्वारा इस वर्ष भी गणेश उत्सव का आयोजन किया गया है। जिसमें १० फुट से भी ऊंची भगवान गणेश की प्रतिमा विराजित कर दस दिवसीय पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा। इस दौरान विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे।