पाकिस्तान और सऊदी अरब ने 27 जुलाई को दोनों क्षेत्रों में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई है। दोनों देशों ने अपने आर्थिक संबंधों में सुधार करने की बात कही। साथ ही अपने आपसी रिश्तों को बढ़ावा देने के लिए नए क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने का फैसला किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद के साथ हुई बैठक में यह सहमति बनी है। फैसल ने कुरैशी के साथ जॉइंट न्यूज़ कांफ्रेंस में कहा कि, ‘हम संबंधों के आर्थिक पक्ष पर बहुत अधिक ध्यान दे रहे हैं और निवेश के पारंपरिक क्षेत्रों से परे इसे विस्तारित करने पर काम कर रहे हैं।’
इस्लामाबाद के एक दिनी दौरे पर पहुंचे प्रिंस फैसल ने कहा है कि सऊदी-पाकिस्तान सुप्रीम कोऑर्डिनेशन काउंसिल (SP-SCC) की स्थापना दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नए स्तर पर ले जाने के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम है। बता दें कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की मई में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान एसपी-एससीसी की स्थापना की गई थी।
कश्मीर को लेकर सऊदी ने क्या कहा?
प्रिंस फैसल ने कहा है कि, ‘हम क्षेत्रीय मसलों पर काम करने पर सहमत हुए हैं, चाहे वह कश्मीर हो, फलस्तीन हो या यमन। हम अपने दोनों क्षेत्रों में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।’
कुरैशी ने कहा कि सऊदी अरब के पास 60 अरब अमेरिकी डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत इसमें निवेश करने का बड़ा मौका है। कुरैशी ने पेरिस स्थित फाइनेंशियल एक्शन टास्क फ़ोर्स (FATF) में पाकिस्तान का समर्थन करने और जम्मू-कश्मीर पर इस्लामिक सहयोग संपर्क समूह संगठन में अपनी भूमिका निभाने के लिए सऊदी अरब का आभार जताया है।