महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण क कहना है कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष पार्ट टाइम’ नहीं होना चाहिए और उन्हें सभी नेताओं से मुलाकात करना चाहिए। कांग्रेस नेता चव्हाण ने पार्टी में चुनाव की प्रक्रिया को मजबूत करने की बात ही है। इसके साथ ही राज्यों की ओर से कांग्रेस के पूर्व राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए जारी प्रस्तावों पर भी सवाल उठाए।
कांग्रेस की प्रदेश समितियों के प्रस्तावों को लेकर चव्हाण ने कहा कि ऐसा क्यों करना? इसकी जगह चुनाव प्रक्रिया को मजबूत किया जाना चाहिए। दरअसल, एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में प्रस्ताव पारित हुए थे, जिसमें राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने और अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रदेश अध्यक्ष और यूनिट्स गठित करने के लिए अधिकृत करने की बात की गई थी।
अटकलें लग रही थी कि राहुल को मनाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन राहुल चुनाव नहीं लड़ना चाहते। चव्हाण ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी आज भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, वह फार्म भरते हैं,तब हम उनका स्वागत करते। खुद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोग गहलोत भी राहुल गांधी को मनाने की बात कह रहे थे। उन्होंने इसकी पुष्टि की थी कि गांधी परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। इसपर पूर्व सीएम चव्हाण कहते हैं, ‘वह इस बात पर अडिग थे। मुझे नहीं पता कि लोगों को ऐसा क्यों लग रहा था कि वह दिखावा कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, हम कभी भी एक परिवार के खिलाफ नहीं थे, यह बकवास है। उन्होंने कहा, हम केवल इतना चाहते हैं कि जो भी प्रमुख बने, वह चुनाव के द्वारा बने और लोगों से मिलने के लिए उपलब्ध रहे। सोनिया गांधी ने इन दोनों मांगों को मान लिया। खास बात है कि कांग्रेस में 22 सालों के बाद अध्यक्ष पद पर चुनाव हो रहे हैं। अगर गहलोत जीत जाते हैं, तब पार्टी को दो दशक से ज्यादा समय के बाद गैर-गांधी प्रमुख मिलेगा।
खबरें आ रही थी कि गहलोत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने की स्थिति में भी कुछ समय के लिए राजस्थान के सीएम बने रहना चाहते हैं। चव्हाण इसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा, ‘वह वरिष्ठ नेता हैं, एक अच्छे नेता है। लेकिन अगर वह दोनों पदों पर बने रहना चाहते हैं, तब हम इसका विरोध करने वाले हैं। क्या कांग्रेस का प्रमुख होना पार्ट-टाइम जॉब है? क्या मुख्यमंत्री एक पॉर्ट टाइम जॉब है?’ कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए शनिवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है।