निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर अब भाजपा का कब्जा हो गया है। उपचुनाव में कांग्रेस को पराजय कर भाजपा ने बाजी मार ली। एक बड़े अंतराल से भाजपा को जीत मिलने के बाद भाजपाइयों में खुशी का माहौल रहा। मतगणना में 22 राउंड पूरे होने के बाद 15687 वोटों से जीत का प्रमाण पत्र भाजपा के प्रत्याशी डा. शिशुपाल सिंह यादव को रिटर्निंग आफीसर अंकिता जैन ने दिया। मतगणना के दौरान कांग्रेस महज दो राउंड ही भाजपा से जीत सकी, वाकी सभी राउंड में भाजपा ने बढ़त ली।
गौरतलब है कि मतगणना को लेकर सुरक्षा के लिहाज से संभाग स्तर से भी पुलिसबल तैनात किया गया था। वहीं प्रशासन ने भी एक दिन पहले ही व्यवस्थाएं दुरूस्त कर लीं थीं। बीते 30 अक्टूबर को मतदान के दौरान पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र में 306 मतदान केंद्रों मतदान हुआ था, जिसमें 1 लाख 94 हजार 124 में से 155628 मतदाताओं ने मत का प्रयोग किया, जिसमें भाजपा को 82673 और कांग्रेस को 66986 मत मिले। इसमें भाजपा ने 15687 वोटों से जीत हासिल की। नोटा यहां तीसरे नंबर पर रहा, जिसको 1741 मत प्राप्त हुए। इसके साथ ही अन्य 9 प्रत्याशियों को कुछ वोट प्राप्त हुए हैं। जीत के बाद भाजपा प्रत्याशी ने कार्यकर्ताओं का आभार जताया। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ने बूथ कैप्चरिंग करने का आरोप लगाया है।
शुरूआत में हुआ विवाद
निवाड़ी पीजी कालेज परिसर में मतगणना की गई, जहां पर सुबह 8 बजे से मतगणना शुरु हुई। पहले तो डाक मतपत्रों की गणना होनी थ्ी, लेकिन इसे टाल दिया गया और ईवीएम से वोटों की गिनती शुरू हो गई। पहले राउंड में भाजपा के प्रत्याशी 429 वोटों की बढ़त लेकर आगे आए। इसी बीच मतगणना देर से शुरू होने और मतपत्रों को लेकर कांग्रेस-भाजपा आपस में भिड़ गए। इस दौरान कांग्रेस ने देरी से मतगणना होने पर आपत्ति जताई। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश अयाची को मतगणना कक्ष में देख कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रकाश सिंह दांगी भड़क गए, जिन्होंने नियम विरूद्ध प्रवेश होने की बात कही। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मामला शांत कराते हुए आगे की मतगणना शुरू कर दी।
दो राउंड में ही जीत सकी कांग्रेस
मतगणना के दौरान 22 राउंड हुए, जिसमें हर राउंड भाजपा जीतता रहा। कांग्रेस ने महज दो राउंड में भाजपा को हराया। इसमें पृथ्वीपुर नगर 1701 मतों से और अपना गृह ग्राम जेर 126 मतों से जीत सके। हालांकि कांग्रेस समर्थकों का मानना था कि करीब 11वे राउंड में पृथ्वीपुर नगर की मतगणना होने कांग्रेस के प्रत्याशी आगे होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और बाद में 15887 वोटों से भाजपा प्रत्याशी डा. शिशुपाल सिंह यादव को जीत मिल गई। 20 वें राउंड के बाद ही भाजपा के नेताओं का पीजी कालेज परिसर में पहुंचना शुरू हो गया था, जहां पर निवाड़ी विधायक अनिल जैन, टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी, केंद्रीय मंत्री डा. वीरेंद्र कुमार सहित कई नेता पहुंचे।
समर्थकों को बार-बार खदेड़ती रही पुलिस
मतगणना स्थल पीजी कालेज के बाहर मुख्य मार्ग पर कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियों के समर्थक खड़े हुए थे। मतगणना के दौरान राउंड पूरा होने के बाद एनाउंसमेंट होने पर समर्थक अपने प्रत्याशी की बढ़त को लेकर काफी उत्सुक और खुश थे। ऐसे में शोर मचाते हुए प्रत्याशी के पक्ष में नारेबाजी करते रहे। इस दौरान भाजपा प्रत्याशी डा. शिशुपाल सिंह यादव के समर्थक बड़ी संख्या में वहां पर पहुंच गए थे, जिनको संभालने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। मुख्य मार्ग होने के कारण पुलिस लगातार ही इन समर्थकों को सड़क से खदेड़ती रही।
19 राउंड के बाद बाहर आए कांग्रेस प्रत्याशी
जीत को लेकर अपने-अपने अनुमान दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी लगा रहे थे। कांग्रेस अपने अलग समीकरणों से जीत का दावा कर रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। धरतेरस पर डा. शिशुपाल पर वोटों की वर्षा हुई है। भाजपा की हल्की बढ़त होने पर कांग्रेस लीड लेने की उम्मीदे कर रही थी, लेकिन भाजपा की लीड लगातार बढ़ती गई। 19वे राउंड के बाद ही कांग्रेस प्रत्याशी नितेंद्र सिंह राठौर अपने अभिकर्ताओं के साथ मतगणना कक्ष से बाहर आ गए और सीधे रवाना हो गए।
तीसरे नंबर पर रहा नोटा
पृथ्वीपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-भाजपा में ही मुख्य मुकाबला था। ऐसे में कोई तीसरा प्रत्याशी मजबूती से पेश नहीं आया। यही वजह रही कि इस चुनाव में नोटा भाजपा और कांग्रेस के बाद तीसरे नंबर पर रहा है। नोटा को 1741 वोट प्राप्त हुए हैं। जबकि अन्य प्रत्याशियों को अलग-अलग मत प्राप्त हुए। बता दें कि पृथ्वीपुर विधानसभा पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर काबिज थे। लेकिन कोरोना के चलते उनका निधन हो गया और सीट रिक्त होने के बाद उपचुनाव हुए। इसमें कांग्रेस ने उनके बेटे नितेंद्र सिंह को टिकट दिया, तो भाजपा ने डा. शिशुपाल पर भरोसा जताया था।
पृथ्वीपुर विधानसभा चुनाव में नितेंद्र सिंह राठौर और भाजपा प्रत्याशी का आमना सामना नहीं था, यहां पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह थे। बूथ कैप्चरिंग भाजपा ने कराई, जिसके वीडियो वायरल हुए। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को परेशान किया गया। लेकिन फिर भी जीत-जीत होती है और हार-हार होती है। भाजपा के प्रत्याशी को जीत की बधाई और हम कहां कमजोर रहे, इसकी समीक्षा करेंगे।