कासपुर पंचायत के सरपंच फकीर चंद देशमुख और रोजगार सहायक गुलाबचंद राहंगडाले द्वारा कराए गए निर्माण कार्य की उचित जांच की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ डी.एस. रणदा से शिकायत की है। ग्रामीण चंद्रशेखर हनवत ने बताया वारासिवनी जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम कासपुर पंचायत सरपंच फकीर चंद देशमुख और रोजगार सहायक गुलाबचंद रंग डाले विगत कुछ दिनों से अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने पंचायत में 15 वें वित्त से तालाब खुदवाया गया है, जिसकी गहराई मानक पैमाने से कहीं ज्यादा है, सुखे तालाब में ही मवेशी के गिरने पर उसे किसी तरह बाहर निकाला गया था। जब बारिश के दौरान तालाब भरेगा तो जीव-जंतु या मानव जीवन के डूबने पर उसे बचाया जाना संभव नहीं होगा। यही नहीं बल्कि इस तालाब के निर्माण में अधिकांश काम जेसीबी और ट्रेक्टर के माध्यम से किया गया है, जो भी निर्माण कार्य के मापदंडो का खुला उल्लंघन है, इस कार्य में नाममात्र के मजदूरों को लगाया गया लेकिन पूरा काम मशनरी से किया गया। दूसरी बड़ी समस्या आंगनबाड़ी, हाईस्कूल और प्रायमरी स्कूल सहित तीन गांवो के लोगों की गुजरने वाले मुख्य मार्ग पर बरसात के दौरान सुदुर सड़क के नाम से डाले गये घटिया मुरूम के कारण बरसात के पानी से दलदल जैसी स्थिति हो गई है, जिससे गुजरने में लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, ग्रामीण जनता का मानना था कि जो भी कार्य होना था, बरसात के बाद होना था। जबकि ग्रामीणों का कहना था कि इस मार्ग को डब्ल्युबीएम बनाकर सीसी सड़क बनाये लेकिन शासन के सुदुर सड़क राशि का दुरूपयोग कर घटिया मुरूम डाला गया है, जिसकी जांच की जायें और दोषी पाये जाने पर सरपंच और रोजगार सहायक के खिलाफ कार्यवाही की जाये। इस दौरान विशाल पटले, धर्मेंद्र बिसेन, राजेश पटले, अरविंद, विनोद हनवत, सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।