सख्त लाॅकडाउन में जब सब कुछ बंद था तब भी भीलवाड़ा की टेक्सटाइल फैक्ट्रियाें में काम जारी रहा। सरकार ने दूसरी लहर में उद्याेग बंद नहीं किए। यही वजह है कि स्थानीय बाजार बंद रहने के बावजूद भीलवाड़ा से 65 देशाें को 4 हजार करोड़ का कपड़ा निर्यात किया गया। मेवाड़ चैंबर ऑफ काॅॅमर्स एंड इंडस्ट्री के अनुसार, टेक्सटाइल उद्योग का टर्नऑवर करीब 20 हजार करोड़ रु. प्रतिवर्ष से अधिक का है। भीलवाड़ा से वर्ष 2019-20 में 3665 करोड़ रु. का निर्यात हुआ, जबकि वर्ष 2020-21 में अब तक 4 हजार कराेड़ का निर्यात हो चुका है। यहां से सूती, पीवी धागा, सुटिंग एवं डेनिम 80 से अधिक देशों को निर्यात हाेता है
डेनिम में अहमदाबाद काे भीलवाड़ा ने दी टक्कर
देश का भीलवाड़ा दूसरा बड़ा डेनिम उत्पादन केंद्र बनकर उभरा है। कुल 200 करोड़ मीटर डेनिम में से 100 करोड़ मी. अहमदाबाद, 30 करोड मी.भीलवाड़ा में बनता है। यहां 25 इकाई ने डेनिम एक्सपाेर्ट किया है।
बिजली बिल, जीएसटी घटाकर उद्योगों को गति दे सरकार
- कपड़ा निर्यात की स्थिति अच्छी है। सरकार बिजली में राहत देनी चाहिए। पूरे टेक्सटाइल पर जीएसटी 5% हाे ताे और राहत मिलेगी। -रामपाल साेनी, चेयरमैन, संगम समूह
- केंद्र उद्योग के लिए सहायता की घोषणा करें। राज्य सरकार भी फिक्स चार्ज, बिजली दरों पर लगने वाले ब्याज से राहत दे। -आरके जैन, मानद महासचिव, मेवाड़ चैंबर ऑफ काॅॅमर्स एंड इंडस्ट्री