प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल किसान सम्मान निधि से वारासिवनी व खैरलांजी सहित लालबर्रा क्षेत्र के अधिकांश किसान वंचित नजर आ रहे है। किसानो का कहना आ रहा है कि लंबे समय से उनके खाते में सरकार द्वारा पैसा ही नही डाला गया है। जिसकी वजह से वे इस योजना का लाभ नही ले पा रहे है। कई बार पटवारी व तहसील कार्यालय के उनके द्वारा चक्कर लगाये जा रहे है मगर इन कार्यालयो से भी किसी प्रकार की राहत उन्हे नही मिल रही है। यहां यह बताना लाजमी है कि किसान सम्मान निधि में एक वर्ष में किसानो को १० हजार रूपये की राशि प्राप्त होती है। जिसमे ६ हजार केन्द्र सरकार व ४ हजार राज्य सरकार उनके खाते में डालती है। मगर देखा जा रहा है कि अधिकांश किसानो के खाते में यह राशि नही आ पा रही है। जिससे किसानो को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
नही मिल रहा इस योजना का लाभ – शांतिलाल दशरिये
इस संबंध में खैरलांजी अन्र्तगत आने वाले नोनसा निवासी किसान शांतिलाल दशरिये ने पद्मेश को बताया कि अभी तक किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उन्हे नही मिला है। वे कई बार पटवारी के पास भी गये। अपनी जमीन का खसरा नक्सा भी दिया। पटवारी ने सभी कागजो को दर्जकर उन्हे आश्वासन दिया कि अब आपके खाते में पैसा आ जायेगा। मगर अभी तक पैसा नही आया है। उन्होने बताया कि पूरी जमीन उनके नाम पर है। कितना पैसा आना है इस बारे में उन्हे जानकारी भी नही है और ना ही उन्होने किसी से इस बारे में पूछा है। वे चाहते है कि जब कई किसानो के खाते में इस योजना का पैसा आ रहा है तो उन्हे भी इस योजना का लाभ मिलना चाहिये। वर्तमान समय में वे इस योजना के लाभ से वंचित है।
अभी तक नही डली ४ किस्ते – कन्हैयालाल मड़ावी
इसी तरह वारासिवनी जनपद पंचायत अंर्तगत आने वाले कोस्ते के किसान कन्हैयालाल मड़ावी ने पद्मेश को बताया कि वे भी किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित है। उनके खाते में ४ किस्त नही डली है। हमने बकायदा बैंक में खाता भी खुलवाये है। वही पटवारी को समस्त जानकारी भी दी है। मगर पैसा क्यो नही आ रहा है। इस बारे में हमे कोई सही जानकारी नही दे रहा है। हम भी चाहते है कि इस योजना का लाभ जैसे अन्य किसानो को मिल रहा है वैसे हमे भी मिले।
सम्पूर्ण दस्तावेज देने के बाद भी नही आयी राशी – धनेन्द्र मस्करे
वही लालबर्रा जनपद पंचायत अंर्तगत आने वाले ग्राम पाथरी के किसान धनेन्द्र मस्करे ने पद्मेश को बताया कि उन्होने इस योजना का लाभ लेने के लिये समस्त दस्तावेज जो लगते है। सभी चीज पटवारी को दी थी। मगर उसके बाद भी उनके खाते में पैसा नही आया है। जब उन्होने इस बारे में पटवारी से बात की तो उन्होने बताया कि जो किसान सम्मान निधि का पोटल है उस पर उनका नाम दर्ज नही है। वही पोटल भी कई बार ५ वर्ष में या १० वर्ष में खुलता है। तब तुम्हारा नाम दर्ज होगा और इस योजना का लाभ मिलेगा। ऐसे में हम चाहते है कि जो इस योजना से वंचित किसान है उन्हे भी यह योजना का लाभ मिलना चाहिये। ताकि उन्हे खाद् बीज खरीदने में सहायता मिले।
किसान १८१ में शिकायत न करते हुये सीधे हमसे मिले – रूपलाल भलावे
इस मामले में कोस्ते वारासिवनी हल्का नं.१८ के पटवारी रूपलाल भलावे ने पद्मेश को बताया कि जिन किसानो के खाते में किसान सम्मान निधि का पैसा नही आया है। ऐसे किसानो को हम पटवारियो से समग्र आईडी, आधार कार्ड लेकर हमारे पास आना चाहिये। जिनका नाम दर्ज कर हम उसे तहसील कार्यालय भेज देंगे। मगर किसान हमसे संपर्क भी नही करते। उन्हे कई बार फोन भी हमारे द्वारा लगाया जाता है। मगर वे सीधे १८१ मुख्यमंत्री हेल्पलाईन में शिकायत कर रहे है। ऐसे में हम पटवारियो को कार्य करने में परेशानी आ रही है। किसानो को सीधे हम पटवारियो से संपर्क करना चाहिये।