नगर मुख्यालय से लगे मायल नगरी ग्राम भरवेली में सुअरो की लगातार मृत्यु होने के जानकारी सामने आते ही पशु चिकित्सा विभाग का अमला तत्काल ही ग्राम पंचायत भरवेली पहुंचा और वहां पहुंचकर सरपंच सचिव के साथ ग्राम का भ्रमण करते हुए पशुओं की जांच की। जांच में कोई भी पशु कोई विशेष बीमारी से ग्रसित होकर मृत होना नहीं पाया गया। आपको बताये कि ग्राम भरवेली में पिछले 1 सप्ताह से लगातार सूअर मरने की जानकारी सामने आ रही थी, पिछले 1 सप्ताह करीब एक दर्जन सुअर की मृत्यु होना बताया जा रहा है। भरवेली सरपंच द्वारा इसकी सूचना पशु चिकित्सा विभाग को दिए जाते ही पशु चिकित्सा विभाग के अमले ने इसे गंभीरता से लिया और बिना देरी किए ग्राम पंचायत भरवेली पहुंचकर मृत पशुओं की जांच पड़ताल की।
ज्ञात हो कि पशु चिकित्सा विभाग के अमले द्वारा सुअरो के मरने की जानकारी को इसलिए गंभीरता से लिया गया क्योंकि हाल ही में रीवा में सुअरो की लगातार मृत्यु होने की जानकारी सामने आ रही थी, उसमें सूअरों की मृत्यु तेज बुखार के कारण हो रही थी। वही लक्षण यहां के सुअरों में भी तो नहीं हैं यह जानने के लिए वेटरनरी विभाग का अमला पहुंचा था।
ग्राम पंचायत भरवेली के सरपंच प्रतिनिधि अनिल बिसेन ने बताया कि पिछले 1 सप्ताह से ग्राम भरवेली में यह देखा जा रहा था सुअरो के मरने की संख्या अधिक हो गई है। जो कर्मचारी सुअरों को फेंकते हैं उन्हें ऐसा आभास हुआ जैसे सुअर संक्रामक बीमारी से ग्रसित हो, इसके कारण पैरों के खुरों में चट्ठे आते हैं और बाद में जानवर असहाय होकर चलना बंद हो कर देते हैं कई सूअरों को नाली में पड़े मृत अवस्था मे देखा गया। इसकी सूचना पशु चिकित्सा विभाग को दी गई थी, पशु चिकित्सा विभाग के अमले द्वारा जांच किया जा रहा है। ग्राम भरवेली के सुअर पालकों को चिन्हित कर नियमानुसार अनुज्ञा लेकर सुअर पालन करने निर्देशित किया गया है ऐसा न करने पर उचित कार्यवाही की जाएगी।
वही इसके संबंध में चर्चा करने पर पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टर घनश्याम परते ने बताया कि भरवेली सरपंच द्वारा लिखित में शिकायत की गई थी कुछ पशुओं की अचानक मृत्यु हो रही है। शिकायत मिलने पर भरवेली आकर देखा गया कुछ पशु बीमार टाइप लगे लेकिन ऐसी कोई बीमारी समझ में नहीं आई है। हालांकि मृत सुअरो को फेंकने वाले कर्मचारियों ने कहा है सुअरो को नाली में मृत होना उन्होंने देखा है। फिर भी अगर किसी को भी पशुओं में बीमारी के लक्षण समझ में आते हैं तो तत्काल सूचना दें ताकि यदि पशुओं में कोई बीमारी हो तो उसका महामारी बनने से पहले ही निपटान कर सके। लंपी बीमारी के चलते हम अलर्ट मोड पर पहले से ही है, रीवा में जिस प्रकार से सुअरों की तेज बुखार से मृत्यु हो रही थी वही लक्षण तो नहीं है यह देखने वे तत्काल पहुंचे हैं।