केरल में कोरोना के मामले अब भी काबू में नहीं आये हैं। प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया एक केन्द्रीय टीम के साथ केरल पहुंचे। वहां मंडाविया ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन एवं स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के साथ मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने केरल के लिये और अधिक टीकों की उपलब्धता का भरोसा दिलाया। आपको बता दें कि देश में रोजाना सामने आ रहे संक्रमण के मामलों में आधे से ज्यादा मामले केरल से ही आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने प्रदेश की वाम दल सरकार की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये उठाये गये के कदमों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टीकों के बहुत कम बर्बादी हुई है और खुराक देने में प्रदेश ने एक उदाहरण पेश किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आपातकालीन COVID प्रतिक्रिया पैकेज- II के तहत केरल को 267.35 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया। इसके अलावा केरल के प्रत्येक जिले में मेडिसिन पूल बनाने के लिए 1 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे।
केरल में कोरोना की स्थिति
केरल में अब तक कोरोना संक्रमण के लगभग 30 लाख मामले दर्ज किए गए हैं और कोविड -19 के कारण 18,601 मौतें हुई हैं। रविवार को, राज्य में 18,582 नए मामले सामने आए, जबकि 102 मरीजों ने कोविड -19 के कारण दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, रविवार को सक्रिय मामलों की संख्या 178,630 पहुंच गई है। रविवार की संक्रमण संख्या के मुताबिक, चार जिलों – मलप्पुरम, त्रिशूर, कोझीकोड और एर्नाकुलम में 2,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए। केरल के कई जिलों में 499,000 से अधिक मरीज निगरानी में हैं और जिनमें से 27,636 अस्पतालों में हैं। हालांकि राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज का कहना है कि सरकार कोविड -19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए हर संभव उपाय कर रही है।