कोरोना और जनता कर्फ्यू के बीच अब गुना जिले में ऐसे होंगे विवाह

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कोरोना का ग्रहण अब शादी और विवाह समारोह पर भी पड़ा है। जिले में बढ़ते संक्रमण की वजह से मैरिज गार्डन से विवाह सामरोह पर रोक लगा दी गई है। दूल्हा अब दुल्हन के घर चार लोगों के साथ पहुंचेगा। पंडित लड़की पक्ष के घर में हवन और पूजन-पाठ कराकर सात वचन का पाठ पढ़ाकर फेरे करवाएंगे। दुल्हन पक्ष की तरफ से भी केवल पांच लोग विवाह समारोह में शामिल हो सकेंगे। इस बार शादी में दूल्हा और दुल्हन मास्क लगाकर ही फेरे लेते नजर आएंगे। सबसे अहम बात तो यह है कि 10 लोगों के शादी समारोह में हलवाई से भी भोजन तैयार नहीं करा सकेंगे।

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पहले कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। इसके चलते शासन द्वारा लगाई गई तमाम बंदिशों के बावजूद भी वर-वधु ने लॉकडाउन का पालन करते हुए मुंह पर मास्क लगाकर जन्म जन्मांतर के रिश्ते निभाने के लिए सात फेरे लेने का निर्णय लिया है। इस दाैरान ना घोड़ा, न बैंडबाजा और ना बाराती ना दोस्त ना यार और ना ही रिश्तेदार सिर्फ साधारण तरीके से वैदिक मंत्रोचार के साथ 8 लोगों की माैजूदगी में शादी के सात फेरे 23 तारीख को दूल्हा दुल्हन लेंगे।

शादी का ऐसा बंधन है, जिसका हर लड़के व लड़की को बेस्ब्री से इंतजार रहता है। हर लड़की की ख्वाहिश रहती है कि उसका दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर सेहरा बांधकर बरातियों के साथ ब्याहने आए। इसी प्रकार लड़के की ईच्छा रहती है कि उसकी बारात बैंड बाजे यार दोस्त, रिश्तेदारों के साथ जाए, लेकिन कोरोना संक्रमण की महामारी के बीच वर और वधु के सपने पूरी तरह से धूमिल हो गए है। शासन द्वारा लगाई गई बंदिशों के बीच कई शादियां तो कैंसिल हो गई हैं, तो कई ने शादी के अटूट बंधन को टूटने से बचाने के लिए रविवार को लॉकडाउन में शादी करने का निश्चय किया है। और एक दूसरे का हाथ थामने का वादा भी किया है।

एक हजार को दिया था निमंत्रण, लेकिन अब 4 बराती जाएंगे विवाह में

शहर के कैंट निवासी आकाश सेन का कहना है कि उनका विवाह 26 अप्रैल को है, इस दाैरान पहले एक हजार लोगों को निमंत्रण दिया था, लेकिन अब शासन के निर्देश के बाद विवाह में केवल 8 लोग शामिल होंगे। साथ ही मैरिज गार्डन का कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया है।

मैरिज गार्डन संचालकों ने पैसे नहीं किए वापस,एसडीएम के यहां दिए आवेदन

गोपालपुरा निवासी बंटी खरे ने कहा कि उनके चाचा के लड़के का विवाह 24 अप्रैल को है, शहर का एक मैरिज गार्डन उन्होंने विवाह के लिए किया था, लेकिन शासन के आदेश के बाद विवाह में दोनों पक्षों की ओर से 8 लोग शामिल होंगे। इस दाैरान जब उन्होंने मैरिज गार्डन संचालक से 21 हजार रुपये वापस मांगे तो रुपये देने से इनकार कर दिया है। इस संबंध में एसडीएम आफिस में शिकायती आवेदन दिया है।

इनका कहना

विवाह समारोह अब घरेलू कार्यक्रम की तर्ज पर होंगे। वर और वधु की तरफ से केवल 10 लोग शामिल होंगे। कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घरों में होने वाली शादी को लेकर पास भी जारी किए जा रहे हैं। साथ ही टीमें निगरानी भी करेंगी।

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