दुनिया कोरोना काल से पहले के सामान्य जीवन पर लौट रही है। उसने इसकी आधी से ज्यादा यात्रा पूरी भी कर ली है। यह दावा है ‘द इकोनॉमिस्ट’ की ‘नॉर्मल्सी इंडेक्स रिपोर्ट’ में। यह रिपोर्ट भारत समेत दुनिया के ऐसे 50 प्रमुख देशों के सर्वे पर आधारित है, जो दुनिया की 90% जीडीपी कवर करते हैं। इनमें दुनिया की 76% आबादी बसती है।
रिपोर्ट में कोरोना के पहले और अभी के जीवन की तुलना सूचकांक (इंडेक्स) के आधार पर की गई है। इसके लिए कुछ स्थितियों पर ध्यान दिया गया। जैसे- बड़े शहरों में सार्वजनिक परिवहन, यातायात, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें कितनी सामान्य हुईं। मनोरंजन स्थल जैसे- सिनेमा और पेशेवर खेलों की क्या स्थिति रही। दुकानों में भीड़, खुदरा बिक्री कितनी बढ़ी या घटी। बड़े शहरों के दफ्तरों में काम का स्तर। लोग घर से कितना निकलने लगे।
इंडेक्स की गणना के लिए ट्रैकर में कोरोना के पहले के जीवन को 100 अंक पर सेट किया गया। इसके आधार पर दुनिया में मौजूदा जीवन को 69 अंक मिले हैं। जबकि खुदरा बाजार, घर में न रहने का समय, सार्वजनिक परिवहन सुविधा, ऑफिस का कामकाज 80 अंक से ऊपर रहे। हालांकि, सिनेमा हॉल में दर्शकों का सूचकांक सिर्फ 32 रहा।
भारत का मौजूदा जीवन सूचकांक 53.8 रहा। ट्रैकर में भारत 44वें नंबर पर है। हॉन्गकॉन्ग 101.2 सूचकांक के साथ सबसे ऊपर है। पाकिस्तान चौथे स्थान पर है। अमेरिका, चीन या ब्रिटेन पहले 10 देशों में भी नहीं हैं। कोरोना के दौरान मार्च 2020 में वैश्विक सामान्य स्थिति सूचकांक पहली बार गिरा था। इसका कारण कठोर पाबंदियां थीं। अप्रैल 2020 में यह 35% रह गया था।