कलेक्टर दीपक आर्य ने सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया है कि वे अपने कार्यालय के कोरोना जैसी गंभीर बीमारी के प्रकोप से मृत शासकीय सेवकों की जानकारी तीन दिनों के भीतर जिला कार्यालय को उपलब्ध करायें। जिससे कोरोना बीमारी से मृत शासकीय सेवक के परिवार के आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति, परिवार पेंशन, ग्रेच्युटी, परिवार कल्याण निधि, समूह बीमा योजना की राशि, सामान्य भविष्य निधि की राशि, विभागीय भविष्य निधि एवं अंशदायी पेंशन योजना आदि के देय समस्त स्वत्वों का शीघ्र निराकरण किया जा सकेगा।
सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि इस कार्य को गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ करें। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में विभिन्न विभागो के जिले में पदस्थ 67 शासकीय सेवकों के कोरोना संक्रमित होने एवं उपचार कराने की जानकारी मिली है। इसमे से 54 शासकीय सेवक होम आईसोलेशन में है और 13 शासकीय सेवक अस्पतालों में भर्ती है।
कोरोना संक्रमित 67 शासकीय सेवकों में आदिम जाति कल्याण विभाग के 04, ई-गवर्नेस सोसायटी का 01, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के 03, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 12, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के 05, लोक निर्माण विभाग के 03, लोक स्वासथ्य यांत्रिकी विभाग के 04, वित्त विभाग का 01, श्रम विभाग का 01 एवं स्कूल शिक्षा विभाग के 33 शासकीय सेवक शामिल है।