खंडवा जिले के गांव लंगोटी में बीमारी से चार बच्चों की मौत की जानकारी के बाद मंगलवार सुबह से सीएमएचओ सहित डाक्टरों की टीम खालवा पहुंची। यहां से ग्राम लंगोटी जाकर मृत बच्चों के स्वजनों से जानकारी लेंगे। इसके साथ ही दस बीमार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। गंभीर बीमार बच्चों को हायर सेंटर रेफर किया जाएगा। गांव में बच्चे गले में सूजन, टांसिल, उल्टी-दस्त, बुखार से पीड़ित हैं। मामला सामने आने के बाद विभाग सतर्क हुआ है। बच्चों का इलाज करने वाले झोलाछाप डाक्टरों पर भी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आशा कार्यकर्ता व एएनएम के माध्यम से अन्य बच्चों की जानकारी जुटाई जा रही है।
तेज बुखार व गले मे संक्रमण के चलते गांव में बच्चों की मौत से दहशत है। गांव के अजय पुत्र मुकेश पाटिल (9) अभिषेक पुत्र अशोक (11), निकलेश पुत्र मुन्नालाल (9) व रेणुका पुत्री महेश (9) की मौत हो चुकी है। इनमें से दो बच्चों की तबीयत एक से दो दिन के अंतराल से ही बिगड़ी व मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार गले में सूजन के साथ ही खाने-पीने में परेशानी हो रही थी। वही तेज बुखार भी था। बच्चों को परिजन खंडवा उपचार के लिए भी ले गए थे। वहां इलाज के दौरान अजय की मौत हो गई। अभिषेक की स्थिति गंभीर होने पर उसे इंदौर रेफर किया गया था लेकिन उसने भी रास्ते मे ही दम तोड़ दिया। 26 जुलाई को निकलेश को ऐसी ही तकलीफ होने पर उसे खंडवा इलाज के लिए ले गए थे। 28 जुलाई को ही मौत हो गई थी। सोमवार शाम को भी तहसीलदार व एसडीएम व बीएमओ डा. शैलेंद्र कटारिया गांव पहुंचे व जानकारी ली थी।
इन बच्चों की होगी जांच
निकिता, चमन, मुस्कान, शौर्य, पंकज, श्रीकांत, इसरत, करिश्मा, अविनाश, प्रियंश।
झोलाछाप डाक्टरों पर होगी कार्रवाई
ग्राम पटाजन के झोलाछाप डाक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम कार्रवाई करेगी। सोमवार शाम को इन डाक्टरों का पंचनामा बनाया गया था। गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र बना हुआ है। बच्चों को टांसिल होने व इसकी जानकारी नहीं देने पर संबंधित स्टाफ से भी जवाब मांगा जाएगा।