महंगाई से जूझती जनता के लिए एक राहत भरी खबर है। खुदरा महंगाई दर (CPI) में मामूली गिरवाट दर्ज की गई है। अगस्त 2021 में CPI 5.30 फीसदी रही। जुलाई में खुदरा महंगाई दर 5.59 फीसदी थी। यानी एक महीने में खुदरा महंगाई दर में कमी के संकेत मिल रहे हैं। अगर ये ट्रेंड जारी रहा तो सितंबर महीने में महंगाई दर में और कमी आ सकती है। नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) ने 13 सितंबर को अगस्त के लिए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए थे। अगस्त में खाने-पीने की चीजों के दाम 3.11 फीसदी बढ़े, जबकि जुलाई में ये 3.96 फीसदी की दर से बढ़े थे। लेकिन इस दौरान खाद्य तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता बनी हुई है। साल-दर-साल आधार पर खाद्य तेल की कीमतों में 33 फीसदी की तेजी आई है।
जुलाई 2021 में खुदरा महंगाई दर RBI के टारगेट के दायरे में था। जुलाई से पहले लगातार दो महीने तक खुदरा महंगाई दर की ग्रोथ 6 फीसदी से ज्यादा थी। हालांकि जुलाई में यह RBI के लेवल पर आया। RBI के मुताबिक, महंगाई दर 4% (दो फीसदी ऊपर-नीचे) के आसपास ही रहनी चाहिए। मई में स्थिति चिंताजनक थी क्योंकि खुदरा महंगाई दर 6.30 फीसदी थी। दरअसल इस दौरान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट बढ़ गया था, जिसका असर महंगाई दर पर हुआ। वहीं जून में खुदरा महंगाई दर मामूली गिरावट के साथ 6.26% थी। अब पेट्रोस-डीजल के दामों में स्थिरता दिख रही है, इस वजह से भी महंगाई दर में थोड़ी गिरावट दर्ज हुई है।