खैरलांजी रहा बंद किसानों ने किया विरोध

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। खैरलांजी मुख्यालय में सरकार की वादा खिलाफ ी के खिलाफ  किसानों के आह्वान पर ९ दिसंबर को पूरा खैरलांजी बंद रहा। इस दौरान सडक़ों गालियों चौक चौराहा पर सन्नाटा पसरा रहा । जहां पर व्यापारियों के द्वारा सभी प्रतिष्ठान बंद रखे गए केवल अति आवश्यक सेवा के प्रतिष्ठान प्रारंभ रहे। किसानों के द्वारा जनपद पंचायत खैरलांजी परिसर स्थित वीरांगना रानी अवंती बाई सभा स्थल पर किसान गर्जना के तत्वावधान में आमसभा का आयोजन किया गया। जहां पर किसानों के द्वारा उपस्थित होकर सरकार के खिलाफ  जमकर आक्रोश व्यक्त करते हुए उक्त आंदोलन को निरंतर जारी रखने और सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने की घोषणा की जाती रही। उक्त आमसभा कार्यक्रम के पश्चात आंक्रोश रैली निकाली गई जो केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे। जहां किसानों के द्वारा किसान गर्जना संगठन के तत्वावधान में किसानों के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर धान खरीदी का मूल्य ३१०० रूपये दिये जाने एवं प्रति क्विंटल से किसानो को बोनस दिए जाने की मांग की गई। ज्ञापन में उल्लेखित है कि २ दिसंबर से सोसायटी में किसानो के द्वारा धान विक्रय किया जाना है। वर्तमान में धान का मूल्य २३०० रूपये है जो कि किसानो के लिए बहुत कम है। चुनाव के पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान एवं वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के द्वारा म.प्र के किसानो से यह वादा किया गया था कि धान खरीदी का मूल्य ३१०० रुपये किया जावेगा। परंतु उनके द्वारा धान खरीदी का मूल्य मूल्य ३१०० रुपये नही किया गया एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के द्वारा माह जून वर्ष २०२३ में कहा गया कि म.प्र.के किसानों के बैंक खाते में ९१७ रूपये प्रति क्विंटल धान से बोनस के रूप में दिया जावेगा । परंतु बोनस के रूप में म.प्र.के किसानो को नहीं दिये गये। रबी की फ सल को सहकारी समिति के माध्यम से खरीदी का वादा किया गया था अपना यह भी वादा पूरा नहीं किया गया। प्रदेश के किसानो को धान खरीदी का मूल्य मूल्य ३१०० रुपये नही मिलने के कारण किसानो का काफ ी मात्रा में नुकसान हुआ है एवं किसान बहुत ही परेशान है। यदि सोसायटी में धान खरीदी का वर्तमान मूल्य २३०० रूपये दिया जाता है तो ८०० रूपये प्रति क्विंटल से किसानो को बोनस प्रदान किया जावें, जिससे किसानो को धान का उचित मूल्य मिल सके। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।

सरकार सत्ता के नशे में चूर होने से किसानों पर नही ध्यान-रामकुमार नगपुरे

किसान गर्जना जिलाध्यक्ष रामकुमार नगपुरे ने कहा कि सरकार के द्वारा जो किसानो से वादे किये है उसे पूरा निभाना चाहिए। किसान हमारे देश का अन्नदाता है जिन्होंने घोषणा किया था वो आज केंद्र में मंत्री भी है ,किसान देश कि रीड़ कि हड्डी है । उपराष्ट्रपति ने उस बात को पुरे दम के साथ रखा किसान सरकार से मांगने नही गया था सरकार ने खुद घोषणा कि थी जब इनकी सरकार बन गई तो अपने वादों से मुकर गए। जबकि सरकार की जिम्मेदारी होती थी कि वह अपनी घोषणा को पूरा करें । किसान एक वर्ष से सरकार की तरफ  देख रहा है परंतु सरकार सत्ता के नशे में चूर है ,उन्हें पता होना चाहिए कि यह किसान है जो सरकार बनाते हैं और बिगाड़ भी देते है। भाजपा सरकार हमेशा किसानो को जुमला वादा देती है ,इस बार हमारे क्षेत्र का किसान जाग गया है और भाजपा के खिलाफ  सडक़ पर उतरकर आंदोलन कर रहा है। हमारे किसानों को जागरूक होने की जरूरत है कि वह ऐसे किसी बहकावे में ना आयें।

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