गोंगलाई स्थित कन्या छात्रावास में पिछले कुछ दिनों से चल रहा मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है,जहां छात्रावास में पढ़ाई करने वाली छात्राएं आए दिन बीमार हो रही है, इसी कड़ी में बीती रात करीब 5 छात्राओं की तबीयत अचानक खराब हो गई.जिन्हें उलटी, पेट,दर्द, बुखार और चक्कर आने की शिकायत होने पर होस्टल में ही पढ़ाई करने वाली बड़ी कक्षाओं की छात्राओं ने बीमार हुई सभी 5 छात्राओं को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. आपको बताएं कि छात्रावास में पढ़ाई करने वाली छात्राओं ने मेस,पेयजल, साफ-सफाई, सहित अन्य मांगों को लेकर पिछले दिनों जमकर हंगामा मचाया था. वहीं प्राचार्य को हटाने की मांग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष अपनी विभिन्न समस्याएं रखी थी. जहां प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रावास की मेस व्यवस्था में तो बदलाव कर दिया लेकिन अन्य समस्याएं अब भी वहां बरकरार है. जहां गर्म पानी की व्यवस्था ना होने और मौसमी प्रकोप के चलते छात्रावास में पढऩे वाली छात्राएं अक्सर बीमार हो रही हैं. हाल ही के दिनों में इस छात्रावास की करीब 35 छात्राएं बीमार हो गई थी, जिनके डिस्चार्ज होने के 2 दिन बाद बीती रात पांच अन्य छात्राएं बीमार हो गई है जिन्हें उपचार के लिए अन्य छात्राओं ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उनका उपचार जारी है।
बीमार छात्राओं की देखभाल कर रही अन्य छात्राएं
गोड़लाई छात्रावास की प्रबंधन व्यवस्था इन दोनों भगवान भरोसे नजर आ रही.जहां की छात्राएं आए दिन बीमार हो रही है लेकिन उनकी देखभाल के लिए छात्रावास प्रबंधन लापरवाह नजर आ रहा है. जिसके चलते बीमार बच्चों की केयर भी छात्रावास में रहने वाली अन्य छात्राओं को करनी पड़ रही है. बताया जा रहा है कि बीती रात जब पांच छात्राओं की तबीयत अचानक खराब हो गई.तब बड़ी कक्षाओं में पढऩे वाली छात्राओं ने ही होस्टल में एंबुलेंस बुलाई और एंबुलेंस में स्वयं बीमार छात्राओं को बैठाकर उन्हें जिला अस्पताल में लाकर भर्ती कराया. वहीं जिला अस्पताल में भी होस्टल के कोई अधिकारी, कर्मचारी या शिक्षक, बीमार बच्चों की देखभाल करते नजर नहीं आए।
अब ये बच्चे हुए बीमार
2 दिन पूर्व छात्रावास की लगभग 35 छात्राओं की तबीयत बिगडऩे के बाद बीती रात पांच अन्य छात्राओं की तबीयत अचानक खराब हो गई जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.बीमार छात्राओं में कक्षा आठवीं की छात्रा आरती टेकाम, कक्षा सातवीं की छात्रा प्रीति उईके, कक्षा आठवीं की छात्रा शालिनी टेकाम, कक्षा सातवीं की छात्रा मोनिका कुंजाम और कक्षा दसवीं की छात्रा प्रियंका सूर्यवंशी के नाम का समावेश है जिसमें कक्षा दसवीं की छात्रा प्रियंका सूर्यवंशी के स्वास्थ मे सुधार होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है.वही अन्य छात्राओ का उपचार जारी है।
होस्टल स्कूल से कोई नहीं आया -मोनिका कुंजाम
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला अस्पताल में भर्ती कन्या शिक्षा परिसर की छात्रा मोनिका कुंजाम ने बताया कि बीती रात होस्टल में अचानक पांच लड़कियों की तबीयत खराब हो गई. जिस पर बड़ी कक्षाओं की दीदी ने एंबुलेंस बुलाकर हमें जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है. छात्रावास की मेस मे बनने वाले खाने और वहा पानी में इल्लियां निकलती थी. प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा वहाँ का निरीक्षण कर में व्यवस्था में बदलाव किया गया है.अब हमें पहले की अपेक्षा अच्छा खाना मिल रहा है.लेकिन पेयजल की समस्या को दूर नहीं किया गया है.शायद उसकी वजह से हम बीमार हो गए होंगे. बीमार होने के बाद होस्टल या स्कूल कोई सर मैडम अस्पताल नहीं आए.बड़ी दीदी लोग ने हमें एंबुलेंस से अस्पताल लाकर भर्ती कराया है और वही हमारी देखभाल कर रही हैं।