ग्रामीणों ने युवती की हत्या किए जाने का लगाया आरोप

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खैरलांजी थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत सिवनघाट में 14 मार्च की सुबह संदिग्ध अवस्था में 19 वर्षीय युवती ओमेश्वरी पिता सुखराम राउत का शव पुलिस के द्वारा उसके घर के कमरे से बरामद किया गया था। जिसमें पुलिस के द्वारा देर शाम 7 बजे तक आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर बालाघाट से पहुंची मेडिकल टीम के द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया था। जिसके बाद परिजनों एवं ग्रामीणों युवती का शव लेकर सिवनघाट अपने घर पहुंचे जहां युवती की हत्या किए जाने की बात कहते हुए आक्रोशित होकर शव का अंतिम संस्कार ना करते हुए उसे घर में रखकर धरना प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया। जिसमे उनके द्वारा पड़ोस में रहने वाले निकेश चौधरी व उसके परिवार पर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी कर वैधानिक कार्यवाही करने की मांग पर ग्रामीण अड़कर घर में शव को रखकर धरना प्रदर्शन करने लगे। जिनसे मुलाकात करने 15 मार्च को समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष महेश सहारे भी मौके पर पहुंचे जिन्होंने मामले में जानकारी लेकर उचित कार्यवाही किए जाने घर में युवती के शव के साथ उपस्थित ग्रामीणों के साथ खड़े हो गये। इस दौरान थाना प्रभारी के द्वारा ग्रामीणों को समझाइश देने का हर संभव प्रयास किया गया। फिर करीब 20 घंटे तक चले धरना प्रदर्शन के बाद ग्रामीण परिजन व रिश्तेदार लगातार पुलिस प्रशासन की समझाइश एवं उचित कार्यवाही किए जाने के आश्वासन पर दोपहर करीब 3 बजे धरना प्रदर्शन समाप्त कर युवती के अंतिम संस्कार किए जाने के लिए तैयार हुए।

युवती को अग्नि नहीं दी गई मिट्टी

धरना प्रदर्शन समाप्त होने के बाद सभी लोग अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए वह युवती के शव को लेकर मोक्ष धाम पहुंचे जहां पर उन्होंने अंतिम संस्कार करना प्रारंभ किया। तभी उपस्थित जनों ने उक्त विषय पर गंभीरता से विचार विमर्श कर कहा कि यदि हम युवती को अग्नि देते हैं तो समूल नष्ट हो जाएगा। ऐसे में यदि कल जांच को लेकर या पुनः पोस्टमार्टम कराने की बात आती है तो समस्या उत्पन्न हो सकती है जिसके लिए सर्वसम्मति से युवती के पार्थिव शव को मिट्टी देने का निर्णय लेकर कफन दफन किया गया।

यहां यहां बताना लाजमी है कि मृतिका ओमेश्वरी पिता सुखराम राउत उम्र 19 वर्ष अपने घर में अपनी छोटे भाई बहन और दादा दादी के साथ रहती थी माता-पिता नागपुर में मजदूरी काम करते हैं। मृतिका और उसकी छोटी बहन रामेश्वरी दोनों का विवाह पक्का हो गया था जिनका अप्रैल महीने में विवाह होना था। जिसके दादा और भाई 13 मार्च को रिश्तेदारी के विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए हुए थे इस दौरान घर में दोनों बहन और दादी थे। इस दौरान सभी रात्रि में भोजन कर सो गये जिसके बाद 14 मार्च की सुबह मृतिका ओमेश्वरी की दादी सायन बाई रावत उसे उठाने के लिए उसके कमरे में गई तो देखी की पलंग पर सोई हुई है जिसे उठाया तो वह निकेश चौधरी था पास की दीवार के पास चिपक कर ओमेश्वरी राउत की लाश फांसी पर लटकी हुई थी। जिसके बाद वह घर से बाहर लोगों को बताने के लिए गई इतनी देर में मृतिका की छोटी बहन रामेश्वरी राउत उसके कमरे में आई तो उसने देखा कि निकेश चौधरी व उसके माता पिता उसकी बहन को फांसी के फंदे से उतारकर पलंग पर सुला रहे हैं जिन्होंने उसे 500 रुपये देकर मुंह बंद रखने के लिए कहा की तेरी बहन की बदनामी होगी। उक्त घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची जिसमें मृतिका का शव उसके कमरे के पलंग से बरामद कर मामले में आवश्यक कार्यवाही कर शव परिजनों को सौंपकर मामले में मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी। जिसके बाद परिवार के लोगों ने हत्या किए जाने की बात कहते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने के लिए धरना प्रदर्शन किया।

सयन बाई राउत मृतिका की दादी ने पद्मेश को चर्चा में बताया कि वह अपनी नातिन ओमेश्वरी राउत को आवाज देने के लिए उसके कमरे में आई तो उसे फांसी लगी थी पलंग पर पड़ोसी निकेश चौधरी शराब पीकर सोया था जिसे उसके माता-पिता ने उठाकर ले गये। लड़की को फांसी पर से उतारकर पलंग पर सुला दिए वह अपने घर में जाकर दरवाजा बंद कर दिए जिसकी सूचना उनके द्वारा लोगों को दी गई अभी अप्रैल में लड़की की शादी थी और इन्हें सबसे पहले मैंने देखा।

रामेश्वरी राऊत मृतिका की बहन ने बताया कि मैंने देखा कि गजानन चौधरी और उनकी पत्नी दुर्गा चौधरी दोनों मेरी बहन के कमरे में क्यों गए हैं यह देखने आई तो देखा कि मेरी बहन को फांसी पर से उतार रहे थे और उनका लड़का निकेश ने फिर रस्सी खोला उसके माता-पिता ने मेरी बहन को पलंग पर सुला दिया। यह देखकर मैं स्तब्ध हो गई ना कुछ बोल पा रही थी ना चल पा रही थी उन्होंने बिस्तर पर से 500 रुपए एक घड़ी एक गुटखा दो मोबाइल उठाएं और मुझे निकेश ने धक्का दिया। वही उसकी मां दुर्गा चौधरी ने मेरा मुंह दबाकर 500 रुपए देकर चुप रहने के लिए कहा और फिर वह वहां से चले गये। हमें न्याय चाहिए सभी दोषियों को जेल होनी चाहिए वरना दूसरे घरों की लड़कियों के साथ भी है यह ऐसा करेंगे।

युवराज बिसेन सरपंच पति सिवनघाट ने बताया कि गुलाब ठाकरे ओमकार राउत योगेश शेन्द्रे और जयराम यह 4 लोग मेरे पास आकर बताए की घर में ऐसी घटना हुई है लड़की मरी हुई है और लड़का बिस्तर में सोया था जिसे उसकी मां लेकर गई। जिस पर उन्हें रिपोर्ट करने की बात मेरे द्वारा कही गई तो वह रामपायली पहुंचे ही थे कि चौधरी परिवार से जीवन चौधरी मेरे पास आकर कहा कि समझौता हो सकता है क्या तो मैंने कहा कैसे होगा इतना बड़ा कांड हो गया है। उसके बोलने पर फिर गुलाब को फोन किया कि समझौता होगा क्या तो वह भड़क गया और वास्तव की बात है कि इतनी बड़ी बात हो गई इसमें समझौता क्या करेंगे।

महेश सहारे समाजवादी पार्टी जिला अध्यक्ष ने बताया कि 14 मार्च की सुबह ओमेश्वरी पिता सुखराम राउत उम्र 19 वर्ष जिसकी अगले महीने शादी थी उसके रूम में पड़ोस का व्यक्ति निकेश चौधरी मिला जिसे मृतिका की दादी ने देखा है और मृतिका की बहन अपनी बहन के कमरे में गई तो वहां नीकेश चौधरी गजानन चौधरी दुर्गा चौधरी उपस्थित थे जिन्होंने मृतिका को फांसी के फंदे से उतारकर नीचे रख दिया और अपने घर चले गये। वहां पड़ोसी क्या कर रहे थे और जब फांसी लगाई थी तो घरवालों को पुलिस को सूचना देना था यह पूरा मामला हत्या का है और हत्या छुपाने का प्रयास किया जा रहा था। मृतिका की बहन का गला और आवाज दबाने का भी कार्य किया गया है उसे भी मारने की साजिश थी हम चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो।

श्री सहारे ने बताया कि संभावना है कि मृतिका के साथ गलत काम किया गया है इसमें निकेश और उसके माता-पिता की भागीदारी है जो इस मामले को रफा-दफा करना चाहते थे। यह कुछ प्लान करते उसके पहले ही पता चल गया यह बहुत गरीब परिवार है माता-पिता नागपुर में मजदूरी करते हैं वह होली में भी घर नहीं आए कि चार पैसे ज्यादा जोड़कर शादी में खर्च करेगे जबकि त्यौहार में हर व्यक्ति आता है। इसको लेकर पुलिस अधीक्षक बालाघाट एसडीएम वारासिवनी और थाना प्रभारी खैरलांजी से चर्चा हुई है सभी ने आश्वासन दिया है कि उचित कार्यवाही की जाएगी हम भी यही चाह रहे हैं कि निष्पक्ष जांच हो किसी प्रकार का भेदभाव ना हो और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। यदि मामले में सही कार्यवाही नहीं होती है तो अपने समाज एवं सर्व समाज के साथ एसपी कार्यालय का घेराव करेगे।

थाना प्रभारी जयश्रीराम बरडे ने बताया कि परिजनों के कथन अनुसार कार्यवाही कर रहे हैं संदेही लोगों को राउंडअप किया गया है जिसमें 3 लोगों को राउंडअप किए हैं। लाश उतार लिए थे जो हमे पलंग पर मिली उसी पर हम जांच कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर स्पष्ट हो जाएगा जो मेडिकल टीम ने की है अभी कार्यवाही जारी है पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार धाराये बढ़ेगी और बिल्कुल न्याय देने का प्रयास है दोषी बचेंगे नहीं।

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