गांव की सरकार बनाने पंचायत चुनाव में इतने अधिक वाद-विवाद होते हैं कि लोग इस एक पंचवर्षीय गुजरने के बाद भी चुनावी रंजिश और वाद विवादों को भुला नहीं पाते। वहीं कई जगह तो यह चुनावी रंजिश कई वर्षों और पीढय़िों तक देखी जाती है। जिससे ना केवल आपसी भाईचारा खत्म होता है बल्कि रिश्ते नातों के साथ-साथ गांव का माहौल भी खराब होता है। कुछ ऐसा ही नजारा इन दिनों जनपद पंचायत लालबर्रा के अंतर्गत आने वाले ग्राम बेहरई में देखने को मिल रहा है. जहां वर्तमान सरपंच के पति व पूर्व सरपंच दिलीप टेंभरे की कार्यप्रणाली पर ऐतराज जताते हुए ग्राम बेहरई के ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने एक ज्ञापन सौंपकर पूर्व सरपंच दिलीप टेंभरे पर गलत मानसिकता रख ग्रामीणों के साथ तानाशाही बर्ताव किए जाने का आरोप लगाया गया है.शुक्रवार को सौपे गए इस ज्ञापन में ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व सरपंच दिलीप टेंभरे गांव के भोले-भाले ग्रामीणों पर झूठी एफ आई आर दर्ज करा कर उन्हें फंसाने का काम कर रहे हैं. जो गांव की ह्यष्-ह्यह्ल महिलाओं से जबरन एंट्रो सिटी एक्टर लगवाकर गांव में अराजकता का माहौल बना रहे हैं.जहां ग्रामीणों ने पूर्व सरपंच पर चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने, छतेरा रोड स्थित छोटे जंगल की भूमि को अपनी मनमर्जी से ढाबे और आवास ,के लिए आवंटित करने, चुनाव के पूर्व मनरेगा के मजदूरों से चुनावी रैली कराने और ग्रामीणों पर फर्जी एंट्रो सिटी एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज कराने का आरोप लगाया है.जिन्होंने ज्ञापन के माध्यम से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग की है.उधर ग्रामीणों के आरोप मे घिरे सरपंच पति दिलीप टेंभरे ने सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद बताया हैं।
हमारे गांव में महिलाएं सुरक्षित नहीं है- भोजलाल पटले
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान बहरई भूतपूर्व सरपंच भोजलाल पटले ने बताया कि गांव में अराजकता फैली हुई है, आज महिलाएं सुरक्षित नहीं है, महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है, महिलाएं घर से बाहर निकलने में डर रही हैं. ऐसे ही कई कार्य हो रहे हैं जो ठीक नहीं है. हमारी मांग है कि गांव में सुख शांति का माहौल होना चाहिए. वही जो अराजकता फैला रहा है उस पर कार्यवाही होनी चाहिए।
जो मामला हुआ भी नहीं,उसकी भी रिपोर्ट दर्ज करवाई जा रही हैं- रामप्रसाद बघेले
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान पूर्व सरपंच रामप्रसाद बघेले ने बताया कि हमारे यहां चुनावी माहौल में पूर्व सरपंच दिलीप टेंभरे ने चुनाव जीता है जो एंट्रो सिटी एक्ट के तहत जो मामला हुआ भी नहीं है उसकी भी रिपोर्ट दर्ज करवाई जा रही है.गांव में शांति व्यवस्था नहीं है अराजकता फैली हुई है. हमारी मांग है कि इन समस्त मामलों की जांच होनी चाहिए और जो भी गलत हो उस पर कार्यवाही कर उसे सजा दिलाई जानी चाहिए।
मामलो की जांच कर दोषियों पर की जाए कार्यवाही -नेतलाल ठाकरे
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान कृषि उपज मंडी लालबर्रा पूर्व उपाध्यक्ष नेतलाल ठाकरे ने बताया कि चुनाव के पहले और चुनाव के बाद से गांव में अराजकता का माहौल फैला हुआ है वर्तमान सरपंच के पति और पूर्व सरपंच हरिजन और आदिवासी महिलाओं के माध्यम से जबरदस्ती झूठी एफआईआर दर्ज करा रहे है,जबरदस्ती झूठे प्रकरण बनाकर थाने पहुंचाए जा रहे हैं, जिससे कई लोगों की पेशी चल रही है. कुछ जेल में है,हमारे गांव का माहौल खराब हो चुका है हमारे गांव में छोटी-छोटी बात को लेकर विवाद हो रहे हैं एंट्रो सिटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की जा रही है. हमारी मांग हैं की इन सभी मामलों की जांच कराई जाए जो दोषी हो उस पर कार्यवाही की जाए।
आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं, शुरुवात विपक्ष ने ही की हैं -दिलीप टेंभरे
वहीं दूसरी ओर पूर्व सरपंच दिलीप टेंभरे ने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए इन सभी आरोपों को झूठा वह बेबुनियाद बताया है. दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि जो ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं वह झूठे और बेबुनियाद हैं. जब पंचायत चुनाव शुरू हुआ था तब विपक्ष नहीं उनके समर्थकों के साथ मारपीट शुरू की थी उनके मतदाता पर 354 का झूठा मामला दर्ज कराया गया है. जो आज भी जेल में है. इसके अलावा उनके अन्य समर्थकों को झूठे मामले में फंसाया गया है शुरुआत विपक्ष के द्वारा की गई थी. उन्होंने बताया कि गांव मैं विपक्षी अराजकता का माहौल बना रहा है.जिसके चलते चुनाव जीतने पर विपक्ष के लोगों ने एडिशनल एसपी विजय डाबर के सामने उनपर और उनके समर्थकों पर पथराव किया था.श्री डाबर और विधायक गौरीशंकर बिसेन ने उन्हें गांव में विजय जुलूस निकालने से मना किया था. जिसके चलते उन्होंने आज तक गांव में विजय जुलूस नहीं निकाला है.उन्होंने बताया कि गांव में जो कुछ माहौल बना है वह विपक्षी गलती से बना है और इसकी शुरुआत भी विपक्ष ने हीं की है. बावजूद इसके भी विपक्ष उन्हें झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर फसाने की कोशिश में है।