नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद के बीच ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों देशों के बीच ईस्टर्न लद्दाख में पेट्रोलिंग पॉइंट्स को लेकर समझौता हुआ है। इस बीत AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन हमारी जमीन में घुसकर बैठा है। इस मुद्दे को हम संसद के शीतकालीन सत्र में उठाएंगे।
‘सरकार ने 4 साल पहले झूठ बोला’
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि जब गलवान में झड़प हुई थी, तब हमने कहा था कि चीन हमारी जमीन पर घुसकर बैठा है। अगर मोदी सरकार ने आज चीन से समझौता किया है, तो इसका मतलब ये हुआ कि पीएम ने 4 साल पहले देश को झूठ बोला था। जो समझौता सरकार कर रही है, वो ना तो मैंने देखा है ना ही आपने। इसलिए संसद के शीतकालीन सत्र में हम इस मुद्दे को उठाएंगे।
‘सवाल बफर जोन को लेकर है’
ओवैसी ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि अक्टूबर में एलएसी के आसपास बर्फबारी शुरू हो जाएगी, तो कैसे पता चलेगा कि जिन 25 पॉइंट पर गश्त की बात हो रही है. वो हो रही है या नहीं। ये तो हमें अप्रैल में ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि सवाल बफर जोन का है। हमारी सेना 4 साल से वहां बैठी है तो क्या सेना वापस आएगी। सरकार को इसका जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा सवाल है कि क्या अब डी-एस्कलेशन और डीइंडक्शन होगा। क्या 25 पेट्रोलिंग पॉइंट पर हमारी सेना दोबारा पेट्रोलिंग करेगी?
बहराइच एनकाउंटर पर भी उठाया सवाल
इसके अलावा ओवैसी ने बहराइच मामले को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि यूपी कानून से चलेगा या बंदूक की गोली से। बहराइच में 30-35 मुस्लिमों के घर तोड़े गए। ये सरकार की नाकामी है कि वहां शोरूम जले। उन्होंने बहराइच एनकाउंटर पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रामगोपाल मिश्रा पर जिसने गोली चलाई, उन्हें कोर्ट सजा देगा या सरकार। क्या योगी आदित्यनाथ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बन गए हैं। 70 किमी दूर क्यों एनकाउंटर किया गया।