चेक बाउंस के मामले में पिछले 3 साल से फरार स्थाई वारंटी को कोतवाली पुलिस ने बालाघाट के गौरी शंकर नगर मैं गिरफ्तार किया गिरफ्तारी वारंटी दिलीप पिता घनश्याम फुले 35 वर्ष घोडंगाटोला आमगांव थाना ग्रामीण नवेगांव बालाघाट निवासी है जिसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक दिलीप फुले के विरुद्ध 2019 में बालाघाट की न्यायालय में चेक बाउंस के मामले में धारा 138 नेगोशिएबल एक्ट के तहत अपराध दर्ज हुआ था इस अपराध में दिलीप फुले को न्यायालय में उपस्थित होने के लिए समंस वारंट जारी किया गया था किंतु वह अपने गांव घोड़गा टोला छोड़कर परसवाड़ा में रहकर फरारी काट रहा था। इस दौरान कोतवाली पुलिस ने परसवाड़ा पहुंचकर पतासाजी की किंतु पुलिस की भनक लगते ही दिलीप फुले वहां से भी फरार हो जाता था। जून 2022 में विद्वान अदालत ने दिलीप फुले के विरुद्ध स्थाई वारंट जारी किया गया था दिलीप की लगातार तलाश की जा रही थी 14 मार्च को दिलीप बालाघाट गौरी शंकर नगर मैं अपनी मां से मिलने आया था जिसकी सूचना मिलने पर नगर निरीक्षक कमल सिंह गहलोत के मार्गदर्शन में प्रधान आरक्षक शाहिद खान आरक्षक जुबेर खान और आरक्षक पदम सिंह उईके ने गौरी शंकर नगर में घेराबंदी करके दिलीप फुले को गिरफ्तार किये और उसे विद्वान अदालत में पेश कर दिए जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है।