छत्तीसगढ़ के मंत्रालय में नौकरी दिलाने के नाम पर नियुक्ति पद देकर लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में तथाकथित पत्रकार अर्चना पवार गिरफ्तार !

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बालाघाट छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर स्थित मंत्रालय में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर करीब 19 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने पत्रकार अर्चना पवार को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली पुलिस ने यह कार्रवाई श्रीमती मीनाक्षी पति शेखर क्षीरसागर 39 वर्ष वार्ड नंबर 33 मोती नगर बालाघाट के द्वारा की गई शिकायत पर की है इस मामले में एक अन्य आरोपी हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी पिता बाबा खान भिलाई जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ निवासी की गिरफ्तारी होना शेष है।

प्राप्त जानकारी के के अनुसार पिछले वर्ष में जुलाई 2022 में अर्चना पवार ने अपने ही समाज की मीनाक्षी क्षीरसागर और ओमलता भैरम बालाघाट निवासी सहित खैरलांजी, लांजी क्षेत्र की महिलाओं से संपर्क करके के उन्हें बताई थी की छत्तीसगढ़ मंत्रालय में क्लर्क की नौकरी निकली है। मासिक वेतन 45000 रुपए मिलेगा नौकरी करना है तो बताओ मैं हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी जो छत्तीसगढ़ मंत्रालय रायपुर में पदस्थ है उसकी उच्च अधिकारियों से घनिष्ठ सबंध है और अर्चना पवार ने हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी के माध्यम से नौकरी दिलाने कही थी और यह भी कही थी कि इस प्रक्रिया में तुम्हें ढाई लाख रुपए तक का खर्चा आएगा और अर्चना पवार की बातों में आकर महिलाओं ने हसन खान उर्फ हुसेन रिजवी और अर्चना पवार के खातों में अलग-अलग तारीखों में जमा किए ने 250000 – 250000 रुपए ट्रांसफर किए और नगद रुपए भी दिए। अर्चना पवार ने यह रुपए जुलाई 2022 में जमा करवाए थे रुपए जमा करवाने के बाद अर्चना पवार ने मीनाक्षीऔर ओमलता भैरम सहितअन्य महिलाओं से बोली कि तुम्हारा छत्तीसगढ़ मंत्रालय रायपुर में क्लर्क की नौकरी पक्की हो गई है मेरे साथ रायपुर चलो तब मीनाक्षी क्षीरसागर, ओमलता भैरव अन्य महिलाएं अर्चना के साथ 27 जुलाई 2020 को रायपुर गए जहां अर्चना पवार ने उन्हें हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी से मिलवाया हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी ने उन्हें बताया कि आप लोंगो की छत्तीसगढ़ मंत्रालय में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 10 दिन बाद आपको नौकरी के लिए बुलाया जाएगा ।नियुक्ति पत्र आपके घर के पते पर आ जायेगा।3 महीने तक कोई नियुक्ति पत्र नहीं आया ।जिसके बाद अर्चना पवार ने मीनाक्षी के घर आकर अक्टूबर 2022 के प्रथम सप्ताह में एक नियुक्ति पत्र जिसमें छत्तीसगढ़ शासन वित्त मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर के सहायक ग्रेड 3 पद का नियुक्ति पत्र मीनाक्षी को लाकर दिया । चुकी मीनाक्षी और उनके पति शिक्षित थे । नियुक्ति पत्र की भाषा देखकर उन्हें यह नियुक्ति फर्जी महसूस हुआ तब उन्होंने अपने संपर्क से पता किया तो मालूम हुआ कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऐसी कोई नौकरी नहीं निकाली गई है। तब मीनाक्षी ने अर्चना पवार को सारी बात बताई और पैसे वापस मांगे तो अर्चना पवार ने उन्हें विश्वास दिलाई कि नियुक्ति पत्र फर्जी नहीं है क्योंकि अभी तक आदेश नहीं हुआ है इस कारण आप लोगों को इस नौकरी के बारे में बाहर से जानकारी नहीं मिल पा रही है। यदि आपको विश्वास नहीं है तो हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी को बालाघाट बुलवा कर तुम्हारी मुलाकात करवा देते हैं। 1 नवंबर 2020 को हसन खान उर्फ हुसैन रिजव बालाघाट आया और अर्चना पवार के साथ बजरंग घाट मैं मीनाक्षी अन्य महिलाओं से मिला और बोला की नियुक्ति पत्र असली है। आप लोग 7 नवंबर 2022 को रायपुर मंत्रालय मिलो आपको वहां जॉइनिंग मिल जाएगी और अर्चना पवार ने यह भी कही थी कि आपको नौकरी नहीं मिली है तो आपका पूरा पैसा वापस देने की मेरी गारंटी है। 7 नवंबर 2022 को मीनाक्षी और ओमलता रायपुर पहुंची जहां मंत्रालय में हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी नहीं मिला तब मीनाक्षी और उसके साथ आए अन्य लोग मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर रायपुर जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि ऐसी कोई नौकरी नहीं मिली है और नियुक्ति पत्र पूरी तरह से फर्जी है उस दिन से हसन खान हुसैन रिजवी का लगातार फोन बंद आने लगा और अर्चना पवार से संपर्क करने पर उसने बताई कि हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी को फर्जी नियुक्ति पत्र देने के मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने पकड़ लिया है। मैं तुम्हें विश्वास दिलाती हूं कि हसन खान जिस दिन जेल से वापस आएगा उस दिन तुम्हारे पैसे सूद समेत वापस करवा दूंगी किंतु अभी तक हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी और अर्चना पवार ने रुपए वापस नहीं किए और नहीं नौकरी दिलवाई और रायपुर मंत्रालय में नौकरी दिलाने के नाम पर महिलाओं से रुपए लिए जिनमे मीनाक्षी क्षीरसागर से2 50,000 रुपए और ओम लता भैरम से 240000 रुपए नौकरी दिलाने के नाम पर लेकर धोखाधड़ी कर लिए।। मीनाक्षी क्षीरसागर द्वारा कोतवाली में की गई शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अर्चना पवार और हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी के विरुद्ध धारा 467 468 471 420 120 बी 34 भादवी के तहत अपराध दर्ज कर इस अपराध में अर्चना पवार को गिरफ्तार कर लिए जिसे 18 अप्रैल को बालाघाट की विद्वान अदालत में पेश कर दिए जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है। अर्चना पवार पिता यगेंद्रसिंह पवार 34 वर्ष मूलतः रूप से ग्राम मरेरा लालबर्रा निवासी है जो हाल में वार्ड नंबर 16 लामता में रह रही थी जिसे लामता से ही गिरफ्तार किया गया। हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी पिता बाबा खान निवासी भिलाई जिला दुर्ग फरार है इस आरोपी को पकड़ने के लिए बालाघाट से कोतवाली की टीम छत्तीसगढ़ राज्य में भेजी गई है और उसकी वहां पर पतासाजी कर रही है। ज्ञात हो कि रायपुर स्थित मंत्रालय में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने के मामले में हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है जो इन दोनों जमानत पर है जिसके विरूद्ध रायपुर मंत्रालय में नौकरी लगाने के नाम पर बालाघाट में करीब डेढ़ दर्जन महिलाओं से रुपए लेकर धोखाधड़ी की गई है दो महिलाएं द्वारा की गई रिपोर्ट पर कोतवाली में अपराध दर्ज किया गया है

18 से 19 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है- नगर निरीक्षक कमल सिंह गहलोत

नगर निरीक्षक कमल सिंह गहलोत ने बताएं कि मीनाक्षी पति शेखर क्षीरसागर मैं एक कंप्लेंट की थी कि बालाघाट में एक अर्चना पवार है उनके द्वारा नौकरी लगाने का झांसा देकर हसन खान जो भिलाई में रहता है उसके साथ मिलकर छत्तीसगढ़ में नौकरी लगाने फर्जी नियुक्ति पत्र दिया है जांच में नियुक्ति पत्र फर्जी पाया गया इस मामले में धारा 467 468 420 420 120 बी 34 भा द वि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। नगर निरीक्षक श्री गहलोत ने बताया कि शिकायतकर्ता 15-16 लोग है दो तीन महिलाएं खैरलांजी क्षेत्र की है 10-12 लोग लांजी क्षेत्र के हैं दो महिलाएं बालाघाट की है उन्होंने यहां शिकायत दर्ज कराई है छत्तीसगढ़ राज्य में नौकरी लगाने के नाम पर 18 से 19 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है दोनों महिला मीनाक्षी ने 250000 रुपए और ओमलता ने 240000 रुपए दिए दोनों महिलाओं से 4:30 लाख से अधिक रुपए की धोखाधड़ी हुई है। इस मामले में अर्चना पवार को गिरफ्तार किया गया है अन्य आरोपी हसन खान उर्फ हुसैन रिजवी फरार है जिसकी तलाश की जा रही !

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