शुक्रवार को स्कूल से आकर घर की छत पर खेल रही 8 वर्षीय बच्ची का पैर फिसल गया, हादसे में छत पर लगी लोहे की छड़ बच्ची के सिर में घुस गई। दयाल अस्पताल में एक घंटे चले जटिल आपरेशन के बाद छड़ बाहर निकालकर बच्ची की जान बचा ली गई।
स्वजन छड़ को काटकर बच्ची को सिर में फसी रॉड के साथ दयाल मल्टी स्पेशलिस्ट हास्पिटल लेकर पहुंचे थे। बच्ची की हालत देखकर संचालक डा. आर दयाल सर्जन ने पहले सिटी स्कैन किया। बच्ची के सिर में घुसी छड़ को निकाला गया।
छत पर खेल रही थी बच्ची
डा. आर दयाल ने बताया कि 8 वर्षीय अनन्या अहिरवार पिता सुशील अहिरवार जमानी रोड पर रहती है। शुक्रवार दोपहर स्कूल से आने के बाद बच्ची घर की छत पर खेल रही थी, पैर फिसलने से छत पर निकली एक रॉड उसके सिर में घुस गई। चीख पुकार सुनकर स्वजन छत पर आए।
दिमाग की नसों को नहीं पहुंचा नुकसान
बच्ची करीब आधे घंटे तक एक ही स्थिति में छत पर फसी रही। रॉड को जब काटा गया, तब उसे अस्पताल लाया गया। डा. दयाल ने बताया कि मामला बेहद गंभीर था। ऑपरेशन के जरिए राड बाहर निकाली गई। संयोग से दिमाग की नसों को किसी तरह नुकसान नहीं पहुंचा, वरना बच्ची को बचाना मुश्किल हो सकता था। इलाज के बाद बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है।
परिवार ने कहा- आपका धन्यवाद
परिवार ने इलाज के बाद अस्पताल परिवार को धन्यवाद देकर कहा कि डॉक्टरों ने सही इलाज कर हमारी बच्ची की जान बचा ली।