छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के द्वारा बीएससी का रिजल्ट में सुधार लाने की मांग को लेकर शासकीय कमला नेहरू कन्या महाविद्यालय की छात्राओं के द्वारा प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मांग की गई थी कि रिजल्ट में सुधार किया जाए ।अब तक रिजल्ट में सुधार न होने से नाराज छात्राओं ने ओबीसी महासभा के नेतृत्व में छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी का घेराव करने के लिए रवाना हुए है।
आपको बता दे कि 14 अगस्त को शासकीय कमला नेहरू कन्या महाविद्यालय के घोषित बीएससी के परीक्षा परिणाम में 200 छात्राओं के फेल होने और लगभग 50 छात्राओं को सप्लीमेंट्री आने से छात्रायें परेशान है, जिसको लेकर लगातार प्रभावित छात्राओं ने परीक्षा परिणाम में सुधार की मांग महाविद्यालय और विश्वविद्यालय से की थी, बावजूद इसके परीक्षा परिणाम में सुधार नहीं होने से नाराज छात्राओं ने मुख्यालय में प्रदर्शन कर परीक्षा परिणाम में सुधार लाने और यूनिवर्सिटी को बदले जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। छात्राओं ने छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय पर विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाते हुए यूनिवर्सिटी बदलने की मांग रखी थी। जिसके बाद 28 अगस्त को ओबीसी महासभा के नेतृत्व में छात्रायें, छिंदवाड़ा के लिए रवाना हो गई है।
रिजल्ट खराब आने का कारण छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी है=भारती डोंगरे
छात्रा भारती डोंगरे ने बताया कि शासकीय कमला नेहरू कन्या महाविद्यालय में बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा हूं 14 अगस्त को जारी हुई है परीक्षा परिणाम में 600 बच्चों में से ढाई सौ बच्चो का रिजल्ट खराब आया है। रिजल्ट खराब आने का कारण छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी है जिनके द्वारा कॉपी ठीक नहीं की गई और ऐसे ही रिजल्ट दे दिया गया। जो बच्चा पेपर दे रहा है उसकी अनुपस्थिति दर्शाया जा रहा है और जो बच्चे ने पेपर नहीं दिया है उनको पास कर दिया गया है इसे क्या कहेंगे इस समस्या को लेकर महाविद्यालय को भी अवगत कराया गया था और उनका समय भी दिया गया था उसके बावजूद भी अब तक रिजल्ट में कोई सुधार नहीं किया गया।जिससे आज वह छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी का घेराव और छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी को बदलने की मांग को लेकर छिंदवाड़ा जा रही है।
जब से छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी बनी है तब से रिजल्ट खराब आ रहा है=आशा चौहान
बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा आशा चौहान ने बताया कि आज हम लोग छिंदवाड़ा जा रहे हैं रिजल्ट में सुधार लाने के विषय में। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए गए रिजल्ट में हमारा रिजल्ट काफी खराब बताया गया है जिसकी हमने कभी भी सोचा नहीं था कि इतना खराब रिजल्ट हमारा आएगा जो रिजल्ट जारी हुआ है उसे बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है जितने भी बच्चे यहां पर आए हैं सभी का रिजल्ट फेल आया है जब से छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी बनी है तब से रिजल्ट फेल आ रहा है। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के द्वारा सप्लीमेंट्री और फेल का सबसे ज्यादा रिजल्ट दिया जा रहा है और जो पास होते हैं उनको ग्रेस दे दिया जाता है। खराब रिजल्ट आने का कारण यूनिवर्सिटी के लापरवाही और हमारे कॉलेज के टीचरों की लापरवाही के कारण हो रहा है अभी तक हमारा रिजल्ट ऐसा नहीं आया था जो अभी आया है।
छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी अपना रवैया बदले नहीं तो सरकार यूनिवर्सिटी बदले= सौरभ लिल्हारे
ओबीसी महासभा के जिला अध्यक्ष सौरभ लिल्हारे ने बताया कि लगातार छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से रिजल्ट में सुधार करने की मांग की जा रही थी। यही नहीं छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से संबंध रखने वाले सभी छात्र-छात्राओं का रिजल्ट काफी खराब आता है यह बालाघाट जिले का नहीं छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी से जितने भी संबंधित कॉलेज है उन सब का रिजल्ट खराब आता है। इस रिजल्ट की वजह से कई बच्चों ने अपनी पढ़ाई बीच में ही रोक दी है। रिजल्ट में संशोधित करने के लिए दो बार छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के जहां पर कुलपति का घिराव किया गया उनका ध्यान आकर्षण करवाया उसके पश्चात 1000 बच्चों के रिजल्ट में सुधार आया अगर रिजल्ट में संशोधन हुआ था तो हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि कहीं ना कहीं छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी के द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और गलत रिजल्ट घोषित किया जा रहा है जिसको लेकर बच्चों ने ओबीसी महासभा से मदद मांगी। और आज ओबीसी महासभा के बैनर तले सभी बच्चों को छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी लेकर जा रहे हैं उनकी जो जो समस्या है वहां के कुलपति महोदय को अवगत कराएंगे। निश्चित रूप से लगातार रिजल्ट खराब आने का कारण छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली है आने वाले समय में हमारे द्वारा एक रणनीति बनाई गई है ऐसे ही यूनिवर्सिटी द्वारा खराब रिजल्ट दिया गया तो सभी छात्र-छात्राओं के साथ सड़क में उतरेंगे और हमारी एक ही मांग रहेगी छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी अपना रवैया बदले नहीं तो छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी को बदले।