जनपद पंचायत बालाघाट के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद पर भाजपा का कब्जा हो गया है। भाजपा प्रत्याशियों के दोनों प्रमुख पदों पर निर्वाचित होते ही भाजपाई खेमे में हर्ष व्याप्त हो गया है वही कांग्रेस प्रत्याशियों एवं उनके समर्थक कार्यकर्ताओं को निराश होना पड़ा। भाजपा के प्रत्याशियों को जिताने भाजपा संगठन द्वारा पूरी ताकत लगाई गई, वही कांग्रेस में यह इस चुनाव में नहीं दिखाई दिया। जनपद अध्यक्ष पद के लिए पराजित हुए कांग्रेस प्रत्याशी भुरु पटेल ने उन्हें मिली हार के लिए कांग्रेस के संगठन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कांग्रेस संगठन पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशियों ने अपने संगठन के साथ चुनाव लड़ा लेकिन उन्होंने अकेले ही इस चुनाव को लड़ा है संगठन ने उन्हें साथ नहीं दिया, जिसके कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
दोनों पदों के लिए 2 मत से हारे कांग्रेस प्रत्याशी
आपको बताये कि जनपद पंचायत बालाघाट में 28 जुलाई को जनपद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया की गई। सबसे पहले जनपद अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन प्रक्रिया प्रारंभ की गई जिसमें दो लोगों ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन फार्म दाखिल किया, जिनमें कांग्रेस से भुरु पटेल और भाजपा से फूलचंद सहारे द्वारा नामांकन फार्म दाखिल किया गया। इसमें भाजपा समर्थित प्रत्याशी फूलचंद सहारे को 13 मत मिले वहीं कांग्रेस प्रत्याशी भुरु पटेल को 11 मत मिले तथा एक वोट रद्द हो गया। इस प्रकार 2 मतों से भाजपा समर्थित प्रत्याशी फूलचंद सहारे जनपद अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित किए गए।
13 मत पाकर उपाध्यक्ष पद के लिए जीते शंकर बिसेन
इसके बाद दोपहर 3:00 बजे से जनपद उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई। जनपद उपाध्यक्ष पद के लिए दो लोगों द्वारा नामांकन फार्म दाखिल किया गया जिसमें कांग्रेस से प्रेमलाल दशहरे और भाजपा की ओर से डॉ शंकर बिसेन द्वारा नामांकन फार्म दाखिल किया गया। इसमें भाजपा समर्थित प्रत्याशी शंकर बिसेन को 13 मत मिले तथा कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमलाल दशहरे को 11 मत मिले, इस प्रकार दो मत के अंतर से भाजपा प्रत्याशी डॉ शंकर बिसेन जनपद उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित हुए।
भाजपा ने निकाला विजय जुलूस
जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के परिणाम सामने आ जाने के बाद भाजपा द्वारा विजय जुलूस निकाला गया। यह विजय जुलूस जनपद कार्यालय बालाघाट से कालीपुतली चौक, अंबेडकर चौक होते हुए भाजपा कार्यालय पहुंचकर समाप्त हुआ। इस जुलूस में आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे शामिल रहे इसमें दोनों विजयी प्रत्याशियों के साथ ही समस्त भाजपा समर्थित जनपद सदस्य व भाजपा के पदाधिकारी कार्यकर्तागण शामिल रहे।
रामकिशोर कावरे को जाता है जीत का श्रेय – फुलचंद सहारे
जनपद अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए फूलचंद सहारे ने इस जीत का श्रेय आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे को देते हुए बताया कि भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी के रूप में चयनित किया जिसके लिए भाजपा एवं पूरे नेतृत्व के वे आभारी है। आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे द्वारा एवं वरिष्ठ नेताओं द्वारा उनके लिए बहुत संघर्ष किया गया, सभी जनपद सदस्यों के साथ मिलकर जनपद के कार्य को वे आगे बढ़ायेंगे और बहुत अच्छे से जनपद को चलाएंगे यही उनकी प्राथमिकता रहेगी।
गरीबों को शासन की योजना का लाभ दिलाएंगे – शंकर बिसेन
वहीं उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए डॉ शंकर बिसेन ने बताया कि शासन की जो भी योजनाएं रहेगी उनको निचले स्तर तक पहुंचाकर गरीब लोगों को योजना का लाभ दिलाएं इसके लिए उनके द्वारा काम किया जाएगा।
पुलिस प्रशासन की रही तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था
इस चुनाव के दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक सुरक्षा व्यवस्था रखी गई थी ताकि किसी प्रकार का विवाद ना हो। सीएसपी अंजूल अयंक सहित कोतवाली भरवेली और ग्रामीण थाने के टीआई स्वयं खड़े रहकर व्यवस्था संभालते रहे। इसके लिए कालीपुतली चौक और जयस्तंभ चौक के बीच बैरिकेट लगा दिए गए थे, निर्वाचन प्रक्रिया इतनी कड़ाई से की गई कि यहां निर्वाचन परिसर जनपद कार्यालय में मीडिया कर्मियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया। वही एडिशनल एसपी विजय डाबर द्वारा चुनाव संपन्न होते तक इस पर पैनी नजर रखते हुये पुलिस अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया जाता रहा।
भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच हुई झूमाझपटी
जनपद अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी फूलचंद सहारे के निर्वाचित होने की जानकारी लगते ही जयस्तंभ चौक में खड़े कांग्रेस समर्थकों में आक्रोश व्याप्त हो गया। आक्रोश कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर हुआ कांग्रेस के लोगों को भाजपा के द्वारा रोक लिया गया और अपने पक्ष में वोट करवाने दबाव बनाया। निर्वाचित जनपद अध्यक्ष सहित जनपद सदस्यों के काफिले के भाजपा कार्यालय में जाने के दौरान जयस्तंभ चौक में भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों के बीच विवाद के साथ ही झूमाझपटी भी हुई। विवाद होते देख तत्काल ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और कांग्रेस व भाजपा के कार्यकर्ताओं को खदेड़ते हुये अलग किया, इसके बाद विवाद शांत हुआ। जिसके बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता सत्ता पक्ष पर आक्रोश जाहिर करते हुए कालीपुतली चौक की ओर रवाना हुये।
महिला जनपद सदस्य को मतदान करने से रोकना लोकतंत्र की हत्या
इस दौरान चर्चा करने पर कांग्रेस प्रत्याशी भुरु पटेल ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए बताया कि शासन प्रशासन और नेताओं द्वारा धनबल का उपयोग किया गया। किसी को मतदान करने से रोकना कितना बड़ा गुनाह है एक महिला जनपद सदस्य को, जनपद उपाध्यक्ष के लिए वोट करने से वंचित रखा गया। जनपद क्षेत्र क्रमांक 21 के प्रत्याशी जो कि ग्राम नैतरा से है, उन्हें जनपद उपाध्यक्ष के लिए वोट डालने नहीं दिया गया तथा धनबल का उपयोग किया जा रहा है इसे शासन प्रशासन को समझना चाहिए।
सबसे बड़ा दुख इस बात का संगठन ने नहीं दिया साथ – भुरू पटेल
जनपद अध्यक्ष चुनाव में पराजित हुए कांग्रेस प्रत्याशी भुरु पटेल ने कहा कि आज जो परिणाम आए यह लोकतंत्र है किसी न किसी को हारना और जीतना था। आज भी उन्होंने अकेले इस चुनाव को लड़ा, मुझे सबसे बड़ा इस बात का दुख है मेरे साथ संगठन नहीं था मेरे साथ मेरे लोग थे जनता थी। मैंने पूरा प्रयास किया मध्यप्रदेश शासन से और प्रशासन से लडऩे का, मैं हारा नहीं हूं जीता हूं क्योंकि मैंने गरीबों के लिए आम आदमी के लिए चुनाव लड़ा था। भाजपाइयों ने जो लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया कांग्रेसियों के साथ, वह हमेशा याद रहेगा। हमारे दो लोगों को उन्होंने लेकर गए थे वह हमारे लिए घातक हुआ। चुनाव न लड़ पाए इसके लिए हमारे खिलाफ बहुत सारे हथकंडे अपनाए गए तब भी हमने चुनाव लड़ा वह भी बराबरी से। इस चुनाव में हार के लिए सबसे बड़ा जिम्मेदार अपने संगठन को मानता हूं पार्टी ने मेरा साथ नहीं दिया मैंने अकेले चुनाव पार्टी के लिए लड़ा।
भाजपाइयो ने दो महिला सदस्यों को मतदान करने से रोकने का किया प्रयास – महेश मोहारे
जनपद उपाध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान जिला लघु वनोपज संघ के जिला उपाध्यक्ष एवं जनपद सदस्य प्रतिनिधि महेश मोहारे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने खुले रुप से समर्थन जनपद अध्यक्ष के लिए भाजपा को दिया था लेकिन जब उपाध्यक्ष के लिए मतदान की बारी आई तो उन्हें मतदान करने से रोकने का प्रयास भाजपाइयों द्वारा किया गया। उनकी पत्नी श्रीमती सुनीता मोहारे जनपद क्षेत्र क्रमांक 12 से जनपद सदस्य निर्वाचित हुई है इन्हें एवं इनके साथ नैतरा निवासी जनपद सदस्य जो कि क्षेत्र क्रमांक 21 से है उन्हें भाजपा कार्यालय में ले जाया गया था। जनपद अध्यक्ष के लिए उन्होंने वोट डाला लेकिन जनपद उपाध्यक्ष के लिए वोट डालने से रोका जा रहा था, तब उनके द्वारा जबरन प्रेशर डालकर उनकी पत्नी जो कि जनपद सदस्य है उन्हें वोट डालने के लिए जनपद कार्यालय लाया गया। इन्हें वोट डालने से रोकने का प्रयास किया जा रहा था जबकि एक महिला जनपद सदस्य को रोका गया जिसके कारण वह वोट नहीं दे पाई।