कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए चेकिंग में जुटी पुलिस ने 72 साल के वृद्ध की खुशियां लौटा दीं। दरअसल, बैंक से पेंशन की रकम निकालकर घर लौट रहे वृद्ध को पता ही नहीं चला कि रास्ते में कब 10 हजार रुपये, बैंक पासबुक खो गया। उक्त रकम और पासबुक घमापुर चौक पर चैकिंग पाइंट पर तैनात उप निरीक्षक नवीन नामदेव, प्रधान आरक्षक विजय शर्मा, देवेन्द्र उपाध्याय, अटल जंघेला एवं महिला सैनिक ज्योति ठाकुर को मिली।
उन्होंने बैंक पासबुक पर दर्ज मोबाइल नंबर पर संपर्क किया परंतु कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद बेलबाग थाना प्रभारी अरविंद चौबे के निर्देश पर प्रधान आरक्षक विजय शर्मा रांझी स्थित बैंक पहुंचे और वहां से जानकारी ली। पास बुक धारक मोह. सुभान निवासी आजाद नगर अधारताल का पता चला। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें घटना की जानकारी दी। 72 वर्षीय सुभान ने बताया कि वे बैंक से ऑटो पर सवार होकर घर जा रहे थे।
घमापुर चौक पर आटो बदलते समय बैग कहीं गिर गया। घर पहुंचने के बाद जब पेंशन की रकम व पासबुक नहीं मिली तो वे निराश हो गए थे। पेंशन की रकम व पासबुक पाकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सराहनीय कार्य के लिए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने प्रधान आरक्षक विजय शर्मा समेत पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। इधर, वृद्ध ने थाने में पुलिस टीम को सेल्यूट किया।
इधर, 314 लापरवाहाें को जेल भेजा, 65 व्यापारियों पर एफआइआर: कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करते पकड़े गए 314 लापरवाहों को पुलिस ने अस्थाई जेलों में भेज दिया। वहीं दुकानें खोलकर ग्राहकों की भीड़ लगाने वाले 65 व्यापारियों के खिलाफ धारा 188 की एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान में इस दौरान 3 हजार 224 लापरवाह मास्क व शारीरिक दूरी का उल्लंघन करते मिले, जिनसे 3 लाख 24 हजार 700 रुपये जुर्माना वसूला गया। इस तरह कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में जुटी पुलिस सात मई 2020 से 27 मई की रात तक 3 लाख 8 हजार 534 लापरवाह नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई कर 3 करोड़ 15 लाख 8 हजार 800 रुपये जुर्माना वसूल चुकी है।