नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) के एसडीओ संतोष कुमार रैदास के घर ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने दबिश दी। इस दौरान एक लाख 35 हजार रुपये नकद, तीन किलोग्राम चांदी व 400 ग्राम सोने के जेवर तथा करीब आठ लाख रुपये कीमती प्लाट की रजिस्ट्री मिली। विदित हो कि ईओडब्ल्यू की जबलपुर इकाई ने सोमवार रात एसडीओ रैदास को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद कांचघर स्थित उसके घर में सर्च कार्रवाई की गई। उसके बैंक खातों व बीमा संबंधी निवेश का पता लगाया जा रहा है। रिश्वत प्रकरण में रंगे हाथ पकड़ने की यह ईओडब्ल्यू जबलपुर इकाई की पहली कार्रवाई है।
सुरक्षा निधि वापस करने मांगी थी रिश्वत : ईओडब्ल्यू एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि एसडीओ रैदास ने ठेकेदार सुदर्शन सोनकर से सुरक्षा निधि वापस करने के लिए 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। सुदर्शन ने 2016-17 में एनवीडीए की योजना के अंतर्गत नहर पर सड़क का निर्माण किया था। सड़क का निर्माण कार्य पूरा होने के उपरांत उन्होंने विभाग में जमा लाखों रुपये की सुरक्षा निधि वापस मांगी थी। करीब 35 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका था। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी 4 लाख 22 हजार रुपये का भुगतान रोक दिया गया था। उक्त राशि के भुगतान के लिए एसडीओ रैदास ने रिश्वत मांगी थी। रिश्वत की रकम लेते हुए उसे रंगे हाथ पकड़ा गया था। उक्त कार्रवाई के बाद रैदास के कार्यालय व घर की तलाशी ली गई।
जांच के दायरे में कई अधिकारी : इधर, रैदास को गिरफ्तार करने के बाद ईओडब्ल्यू ने कड़ी पूछताछ की। पूछताछ में उसने विभाग के कुछ अधिकारियों के नाम बताए हैं जिनके कहने पर वह रिश्वत की मांग करता था। अधिकारियों का कहना है कि संदेही अधिकारियों की भूमिका का पता लगाते हुए उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।