जानिये मध्‍य प्रदेश के मौसम का हाल : पांच जिलों में चली लू, उमस ने किया परेशान, अब होगा ऐसा

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मौसम का मिजाज देख कर लग रहा है कि मध्य प्रदेश का मौसम अब सिर्फ गर्म ही रहेगा। रविवार को जहां प्रदेश के सिर्फ दो जिलों रतलाम व खंडवा में लू चली थी, वहीं सोमवार को संख्या बढ़ कर पांच हो गई। रतलाम और खंडवा के अलावा राजगढ़, गुना, खरगोन में भी गर्मी अपने चरम पर रही। वहीं राजधानी की बात करें, तो रविवार को जहां भोपाल का तापमान 42.2 डिग्रीसे. था, वह सोमवार को बढ़कर 42.9 डिग्रीसे. हो गया। वहीं इंदौर का तापमान रविवार को 41.7 डिग्रीसे. था, जो सोमवार को बढ़कर 42.8 डिग्रीसे. तक पहुंच गया।

जबलपुर का तापमान रविवार की तरह ही 42 डिग्रीसे. रहा। न तापमान कम हुआ और न बढ़ा। बस, ग्वालियर का तापमान कम हुआ है। रविवार को यह 43.5 डिग्रीसे. था और सोमवार को कम होकर 42.4 डिग्रीसे. हो गया। हालांकि यह तापमान भी आम लोगों के लिए राहतभरा नहीं है।

धूल भरी आंधी चली

मौसम विज्ञानियों की मानें तो प्रदेश में बारिश के कोई आसार नहीं है। गर्मी लगातार बढ़ेगी। हालांकि सोमवार दोपहर के वक्त राजधानी में तेज धूल भरी आंधी चली, तो लोगों को उम्मीद जगी कि बारिश हो सकती है, लेकिन उनका यह सपना, सपना ही रह गया। विशेषज्ञों का कहना है कि मंगलवार को राजधानी सहित विभिन्न शहरों का उच्चतम तापमान बढ़ेगा। दिन में बादल छाने की वजह से उमस का अहसास बना रहेगा।

बादल दिखेंगे, लेकिन बरसेंगे नहीं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार दक्षिण सागर में बने चक्रवात के तट के करीब आने और 11 मई को पश्चिमी विक्षोभ के हिमालयी सीमा में पहुंचने के बाद तापमान में वृद्धि थम जाएगी। उसके स्थिर होने से भले ही तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा, लेकिन गर्मी बनी रहेगी, जो परेशानी का कारण बनेगी।

मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि प्रदेश के उत्तर पश्चिमी भाग में हवा के ऊपरी हिस्से में एक परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजधानी के साथ ही मध्य प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए हुए दिखते हैं, लेकिन ये बारिश वाले बादल नहीं हैं, इसलिए ये बिना बरसे ऐसे ही रहेंगे और फिर चले जाएंगे। इनकी वजह से वातावरण में नमी बनी रहेगी और रात को उमस परेशान करेगी।

प्रदेश में नहीं दिखेगा असानी का असर

बंगाल की खाड़ी में बना असानी चक्रवात अब और प्रभावी बन चुका है। सोमवार शाम तक उसने तीव्र चक्रवात का रूप ले लिया था। चक्रवात के आसपास हवाओं की स्थिति 100 से 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार रही। विज्ञानियों की मानें तो 10 मई की शाम तक ये थोड़ा मुड़ेगा, जिसकी वजह से इसकी तीव्रता थोड़ी कम होगी। तब यह उत्तर व उत्तर पूर्वी दिशा में आगे बढ़ेगा। ओडिसा, उत्तरी तटीय आंद्र प्रदेश और गंगीय पश्चिम बंगाल के तमाम इलाकों में इसका असर दिखाई देगा। भारत के मध्य इलाकों में इसका खास असर दिखाई नहीं देगा।

यहां चली लू

रतलाम – 46

खरगोन – 45.5

गुना – 45.2

खंडवा – 45.1

राजगढ़ – 45

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