जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर वैनगंगा नदी के कुम्हारी घाट से धपेरा गांव को जोड़ने के लिए पुल का निर्माण कार्य बीते 1 वर्ष से बंद पड़ा हुआ है। निर्माण कार्य के लिए लगे बोर्ड के अनुसार पुल निर्माण अनुबंध की तारीख 1 नवंबर 2020 को पूरी हो चुकी है लेकिन वास्तविकता में अभी आधा निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। इसकी मुख्य वजह वर्ष 2020 में आई बाढ़ को बताया जा रहा है बाढ़ की वजह से पुल निर्माणाधीन पुल डूब गया था। जिसे देखते हुए पुल का पूरा का पूरा डिजाइन बदल कर इसे और ऊंचा किया जा रहा है इस कारण बजट और अधिक बढ़ गया है।
भटेरा के रास्ते धपेरा कनकी सहित अन्य गांव जाने वाले लोग रोजाना जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। इस विषय को जब हमने नदी पार कर आवागमन करने वाले लोगों से चर्चा की तो उन्होंने अपनी परेशानी कुछ इस तरह से साझा की।
राहगीर बताते हैं कि 5 वर्ष से अधिक समय से पुल का निर्माण कार्य हो रहा है जो अधूरा पड़ा है पुल नहीं बनने से लोग काफी परेशानी में नदी पार कर रहे हैं।
भटेरा घाट से नदी पार करके धपेरा और कनकी जाने वाले लोग बताते हैं कि यदि वे सड़क रास्ते से जाएंगे तो 10 से 15 किलोमीटर अधिक चलना पड़ेगा। पुल का निर्माण कार्य हो जाएगा तो इतनी दूरी बचेगी और मुख्य सड़क के यातायात की परेशानी से भी निजात मिलेगी।
कुम्हारी-धपेरा पुल के विषय मे जब हमने लोक निर्माण विभाग सेतु निर्माण संभाग जबलपुर के कार्यपालन यंत्री पीएस परिहार से दूरभाष पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में आई बाढ़ की वजह से पुल के डिजाइन में बदलाव किया गया है। जिस कारण लगभग 8 करोड रुपए निर्माण कार्य की लागत बढ़ गई है। प्रदेश शासन स्तर पर इस बात की जानकारी दे दी गई है। संभवत जल्द ही बजट का आवंटन होने की उम्मीद लगाई जा रही है, जिससे पुल का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा।