जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या के बाद यहां के पीएम फुमियो किशिदा की सरकार ने मंगलवार को बताया कि उनके अंतिम संस्कार पर लगभग 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर (1.65 बिलियन येन) खर्च करेंगे, जिसमें सुरक्षा और रिसेप्शन लागत भी शामिल है। एक रिपोर्ट के अनुसार इससे पहले फुमियो किशिदा की सरकार ने महज 250 मिलियन येन का मामूली बजट पेश किया था जिसमें वीआईपी की सुरक्षा और मेजबानी के लिए खर्च को शामिल न करने पर भारी विवाद हो गया था। हालांकि अब सरकार ने मोटी रकम अपने पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार कार्यक्रम के लिए पारित कर दी है।
27 सितंबर को टोक्यो के निप्पॉन बुडोकन हॉल में आयोजित होने वाले समारोह में विदेशी गणमान्य व्यक्तियों सहित लगभग 6,000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है। आपको बात दें कि आबे की जुलाई में एक चुनावी रैली के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे का आरोप था कि शिंजो आबे के विवादित यूनीफिकेशन चर्च के साथ संबंध थे। संदिग्ध हत्यारे के मुताबिक उसकी मां चर्च के चलते दिवालिया हो गई थी और शिंजो इस चर्च को प्रमोट कर रहे थे। यह संगठन सामूहिक शादियों और आक्रामक धन उगाहने की रणनीति के लिए जाना जाता है। यूनीफिकेशन चर्च पर धर्म के नाम पर अंधविश्वास फैलाने के भी आरोप लगते रहे हैं।
प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार पर कर दाता का पैसा लगाने का लोग विरोध कर रहें हैं। योमिउरी अखबार के सर्वेक्षण में 56 फीसदी लोगों ने कर दाताओं के पैसों से होने वाले अंतिम संस्कार का विरोध किया है। हालांकि 38 प्रतिशत ने माना कि सरकार को आबे का अंतिम संस्कार कार्यक्रम कर दाताओं के पैसे से करना चाहिए। साथ ही यूनिफिकेशन चर्च से संबंधों की खबरों के बाद सरकार की डिसअप्रूवल रेटिंग भी 40 फीसदी से ज्यादा हो गई है।