जामा मस्‍जिद विवाद… अदालत में याचिका लगाने के लिए वकील से सलाह रहा संस्कृति बचाओ मंच

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पुराने शहर की जामा मस्जिद का पुरातात्‍विक सर्वेक्षण कराने की मांग को लेकर हिन्दू व मुस्लिमों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। संस्कृति बचाओ मंच ने बुधवार को पुराने शहर के चौक की जामा मस्जिद का पुरातात्‍विक सर्वेक्षण कराने की मांग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से की थी। गुरुवार को संस्कृति बचाओ मंच के पदाधिकारियों ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को जामा मस्जिद का पुरातात्‍विक सर्वेक्षण कराने के लिए ज्ञापन दिया था। इसके जवाब में शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी सहित अन्य मुस्लिम धर्म गुरुओं ने कहा कि हमारे पास सभी कागजात मौजूद हैं। मस्जिद में मंदिर मिलने के प्रमाण असत्य हैं। धर्म गुरुओं ने सभी से अपील की कि अफवाहें फैलाने से बचें। इंटरनेट मीडिया पर फैलाए जा रहे भ्रम पर बिल्कुल न आएं।

इसके बाद संस्कृति बचाओ मंच ने प्रमाण के साथ अदालत का दरवाजा खटखटाने का ऐलान कर दिया था। शनिवार को मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि इस मामले में ज्ञानवापी मस्जिद केस को लेकर हिन्दूओं के पक्षकार हरिशंकर जैन से सलाह ली जा रही है। 114 साल पुराने कागजात एकत्रित किए जा रहे हैं। जल्द ही अदालत में चौक बाजार की जामा मस्जिद में मंदिर होने के प्रमाण होने के साथ याचिका लगाई जाएगी। उत्तर प्रदेश की ज्ञानवापी मस्जिद में भगवान शिवजी का शिवलिंग व नंदी महाराज मिले हैं। उसी तरह पुराने शहर के चौक बाजार की जामा मजिस्द में शिवजी की मूर्तियां मिलने से इनकार नहीं किया जा सकता। चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि जामा मस्जिद का निर्माण 1857 में हुआ था। पुराना मंदिर तोड़कर मजिस्द बनाई गई थी। यह सब अब तक एकत्रित हुए कागजातों से पता चल रहा है। ऐसी पूरी उम्मीद है कि अदालत मामले की सुनवाई करेगी। हिन्दुओं को पुराना मंदिर मिलेगा।

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