नवागत कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा ने सोमवार को अपनी पहली टीएल मीटिंग के दौरान दो टूक शब्दों में उपस्थित विभागों के मुखिया को हिदायत दी हर विभाग के कार्य को समय सीमा के भीतर किया जाए। वरना उन्हें कार्यवाही करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
टीएल बैठक में कलेक्टर श्री मिश्रा ने सभी एसडीएम एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र में रोको-टोको अभियान के तहत निरंतर जांच का अभियान चलायें और मास्क नहीं लगाने वाले एवं सोशल डिस्टेंशिंग का पालन नहीं करने वाले व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर जुर्माना लगायें।
कोविड नियमों के अनुसार जुर्माने की वसूली भी की जाये और इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं होना चाहिए।
कलेक्टर डॉ मिश्रा ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन कर्मचारियों के स्थानांतरण हुए है उनके आदेश का पालन करायें। स्थानांतरण होने के बाद भी कर्मचारी को कार्यमुक्त नहीं किये जाने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
इसी प्रकार मृत शासकीय सेवकों के अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में तत्परता के साथ कार्यवाही की जाये। अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण अनावश्यक लंबित नहीं रहना चाहिए।
बिना किसी कारण के अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण लंबित पाये जाने पर दोषी अधिकारी पर कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग एवं जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि अपने अधिनस्थ अध्यापकों की सेवा पुस्तिका के सत्यापन का कार्य शीघ्र पूर्ण करायें।
सेवानिवृत्त हो चुके शासकीय सेवकों के पेंशन प्रकरणों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि जिले में विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्त हो चुके शासकीय सेवकों के 61 प्रकरण लंबित है। इस पर कलेक्टर डॉ मिश्रा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि न्यालयीन प्रकरणों को छोड़कर कोई भी पेंशन प्रकरण अनावश्यक लंबित नहीं रहना चाहिए। शासकीय सेवक को सेवानिवृत्ति के साथ ही पीपीओ का वितरण एवं अन्य स्वत्वों का भुगतान हो जाना चाहिए। शासकीय सेवक को सेवानिवृत्ति के बाद कार्यालयों के चक्कर लगाना पड़े, यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।