बालाघाट (पदमेश न्यूज)। जिले के करीब एक दर्जन स्व सहायता समूह के द्वारा स्कूलों में बच्चों को मध्यान भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है लेकिन करीब एक दर्जन स्व सहायता समूह ऐसे हैं जिन्हें करीब डेढ़ साल से शासन स्तर पर किसी तरह की राशि प्रदान नहीं की गई है जिसके कारण उन्हें स्कूलों में बच्चों को मध्यान भोजन उपलब्ध कराने में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है वही इस संदर्भ में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों के द्वारा राशि जारी किए जाने की बात की जा रही है जिससे मायूस सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिला प्रशासन से राशि जारी किए जाने की मांग की गई ।
इन स्व सहायता समूह को नहीं मिली राशि
जिले में करीब एक दर्जन स्व सहायता समूह ऐसे हैं जिन्हें डेढ़ साल से विभाग द्वारा मध्यान भोजन संचालित करने के लिए किसी तरह की राशि प्रदान नहीं की गई है जिनमें प्रमुख तौर पर गणेश अनुपमा स्व सहायता समूह तक्षशिला सोसायटी समूह मां गंगा स्व सहायता समूह स्व सहायता समूह सावित्री फुले स्व सहायता समूह परिवर्तन स्व सहायता समूह सहित अन्य सहायता समूह शामिल है इन स्व सहायता समूह को राशि जारी न किए जाने के कारण स्व सहायता समूह के सदस्यों के द्वारा कर्ज लेकर व्यवस्था की जा रही है लेकिन काफी लंबा वक्त बीत जाने के कारण अब उनके सामने आर्थिक संकट गहराने लगा है।
राशि न मिलने से हो रही आर्थिक समस्या – पुष्पा कोकोटे
इस संदर्भ में चर्चा के दौरान गणेश अनुपमा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष पुष्पा कोकोटे ने बताया कि वार्ड नंबर 7 में उनके द्वारा स्व सहायता समूह संचालित किया जा रहा है लेकिन डेढ़ वर्ष हो गए मध्यान्ह भोजन को लेकर अब तक किसी तरह की राशि विभागीय तौर पर उन्हें प्राप्त नहीं हो पाई है जिसके कारण बच्चों को मध्यान्ह भोजन देने में सहायता समूह को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ जाए ऐसी करीब 1 दर्जन से अधिक स्व सहायता समूह है जिन्हें राशि प्राप्त नहीं हो पाई है जिसको लेकर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों से भी चर्चा की गई लेकिन उनके द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया जिसके कारण आर्थिक समस्याओं से स्व सहायता समूह को जूझना पड़ रहा है अब तक कर्ज लेकर जैसे तैसे स्व सहायता समूह के द्वारा मध्यान भोजन स्कूलों में उपलब्ध कराया गया है लेकिन अब स्थिति काफी खराब हो चुकी है उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से हमारी यही मांग है कि सहायता समूह को मध्यान भोजन राशि वितरित की जाए।